लखनऊ।
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए चार महत्वपूर्ण विभागों—जेल, परिवहन, आबकारी और विद्युत विभाग—में बंपर तबादले किए हैं। इससे न सिर्फ प्रशासनिक ढांचे में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है, बल्कि विभिन्न जिलों में कार्यशैली में बदलाव भी देखने को मिल सकता है।
जेल विभाग में 11 जेल अधीक्षकों का तबादला
राज्य सरकार ने 11 जिलों के जेल अधीक्षकों का तबादला किया है। प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
आर.के. जायसवाल को जिला जेल लखनऊ का वरिष्ठ जेल अधीक्षक बनाया गया।
कोमल मंगलानी को बुलंदशहर जेल का अधीक्षक नियुक्त किया गया।
शशांक पांडेय को मैनपुरी स्थानांतरित किया गया है।
इसके अलावा उन्नाव, मथुरा, मेरठ, खीरी समेत कुल 22 जेलरों का भी तबादला किया गया है।
संतोष वर्मा – सेंट्रल जेल आगरा
हरवंश पांडेय – मेरठ
विकास कटियार – गाजियाबाद
अंजनी गुप्ता – झाँसी
सुरेंद्र मोहन सिंह – मथुरा
परिवहन विभाग में भी बड़ा फेरबदल
परिवहन विभाग में 11 आरटीओ (RTO) और 24 एआरटीओ (ATRO) के तबादले किए गए हैं। इससे विभिन्न क्षेत्रों में वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस संबंधी सेवाओं में नया प्रबंधन सामने आएगा।
आबकारी विभाग में भी तबादलों की बौछार
उत्तर प्रदेश सरकार ने कई जिला आबकारी अधिकारियों का भी स्थानांतरण कर दिया है। यह कदम क्षेत्रीय आबकारी नीति और कार्यप्रणाली में बदलाव की ओर संकेत करता है।
विद्युत विभाग में 29 वरिष्ठ अफसरों का तबादला
उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग में भी बड़ा प्रशासनिक निर्णय लिया गया है। 29 सीनियर अधिकारियों का तबादला कर उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इससे प्रदेश में बिजली वितरण और निगरानी तंत्र में सुधार की अपेक्षा है।