
मंडलायुक्त ने सेवा दान आरोग्य फाउंडेशन द्वारा सीएसआर के तहत निर्माणाधीन “आहार गृह” स्थल का निरीक्षण किया
भीड़ को देखते हुए मंडलायुक्त ने एक वैकल्पिक प्रवेश द्वार तथा एक बहु-स्तरीय पार्किंग व्यवस्था विकसित करने की संभावना तलाशने का निर्देश दिया
वाराणसी। मंडलायुक्त एस. राजालिंगम द्वारा ट्रॉमा सेंटर, आईएमएस, बीएचयू का दौरा किया गया। ट्रामा सेंटर निरीक्षण के दौरान प्रो. सौरभ सिंह, प्रोफेसर इंचार्ज, ट्रॉमा सेंटर द्वारा उनका स्वागत करते हुए ट्रॉमा सेंटर की कार्यप्रणाली, रोगियों की संख्या एवं हाल में की गई सुधारात्मक पहलों की जानकारी दी गयी।
मंडलायुक्त ने सेवा दान आरोग्य फाउंडेशन द्वारा सीएसआर के तहत निर्माणाधीन “आहार गृह” स्थल का निरीक्षण किया, जो मरीजों के तीमारदारों के लिए एक पूर्ण रसोई व भोजनालय सुविधा होगी। उन्हें निर्माण की वर्तमान स्थिति, आ रही बाधाओं और प्रस्तावित समयसीमा के बारे में जानकारी दी गयी। सीवर लाइन के कारण भवन के पुनः निर्धारण (realignment) की आवश्यकता बताई गई तथा इसके लिए वर्तमान सुलभ शौचालय को एंबुलेंस पार्किंग क्षेत्र में स्थानांतरित करने का सुझाव प्रस्तुत किया गया जिसको मंडलायुक्त द्वारा सहर्ष स्वीकार किया।
इसके बाद, ट्रॉमा सेंटर में पार्किंग की सीमित व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि आने वाले समय में क्रिटिकल केयर ब्लॉक, नर्सिंग होस्टल और आहार गृह के चालू होने से वाहनों की संख्या और अधिक बढ़ेगी, इसलिए एक व्यवस्थित और विस्तृत पार्किंग की आवश्यकता है। दौरे के दौरान मुख्य प्रवेश द्वार के सामने हो रहे अतिक्रमण की ओर भी ध्यान दिलाया गया, जिससे एंबुलेंस को मुड़ने में कठिनाई हो रही है। मंडलायुक्त ने इसे प्राथमिकता पर हटवाने का आश्वासन दिया।
इसके अतिरिक्त, बीएचयू मुख्य द्वार पर लगने वाले जाम से मरीजों, एंबुलेंस और अन्य आगंतुकों को हो रही परेशानी की जानकारी भी दी गई। प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि सर सुन्दरलाल अस्पताल सहित प्रतिदिन 8 से 10 हजार मरीज परिसर में आते हैं, लेकिन वैकल्पिक मार्ग या प्रवेश द्वार की सुविधा नहीं है। इस पर मंडलायुक्त ने एक वैकल्पिक प्रवेश द्वार तथा एक बहु-स्तरीय पार्किंग व्यवस्था विकसित करने की संभावना तलाशने की सहमति दी।
अंत में, प्रो. सौरभ सिंह ने ट्रॉमा सेंटर की आधारभूत संरचना और सेवा स्तर को बेहतर बनाने में आयुक्त महोदय की सक्रिय भागीदारी और सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।