राम गायत्री मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली वैदिक मंत्र है जो भगवान श्रीराम की दिव्य ऊर्जा को जागृत करता है। यह मंत्र भक्ति, शांति, साहस और मानसिक स्थिरता प्रदान करता है। इस लेख में हम राम गायत्री मंत्र के लिरिक्स के साथ-साथ उसकी विधि और लाभों की जानकारी भी साझा कर रहे हैं, ताकि आप अपने जीवन में श्रीराम की कृपा को अनुभव कर सकें।
मंत्र
|| ॐ दशरथाय विद्महे सीता वल्लभाय .
धीमहि तन्नो रामः प्रचोदयात् ||
राम गायत्री मंत्र एक सरल किन्तु अत्यंत प्रभावशाली साधना है जो श्रीराम भक्तों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर देती है। जो साधक इस मंत्र का नियमित जप करता है, उसके जीवन में शांति, भक्ति और विजय का वास होता है। आप भी इस मंत्र का जाप करें और श्रीराम की अनुकंपा से अपने जीवन को आलोकित करें। श्रीरामचंद्र जी की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रीराम जय राम जय जय राम, राम रक्षा स्तोत्र, राम नाम संकीर्तन, और श्रीराम चालीसा का भी पाठ ज़रूर करें।
विधि
- प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान करके साफ स्थान पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें
- सामने श्रीराम जी की मूर्ति या चित्र रखें
- दीपक और अगरबत्ती जलाएं
- मन को शांत करके तीन बार ‘ॐ’ का उच्चारण करें
- फिर 108 बार राम गायत्री मंत्र का जाप करें (माला का प्रयोग करें तो बेहतर)
- जप के बाद श्रीराम की आरती करें और प्रार्थना करें
मंत्र के लाभ
- मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है
- डर, चिंता और तनाव दूर होते हैं
- आत्मबल और साहस की वृद्धि होती है
- भक्ति मार्ग में उन्नति होती है
- श्रीराम की कृपा से जीवन में सफलता, सुरक्षा और सुख प्राप्त होता है