
वृक्षारोपण अभियान में मण्डल का लक्ष्य 11009600 तथा जनपद वाराणसी का लक्ष्य 1697520 है
वृक्षारोपण अभियान में वन विभाग के साथ अन्य 26 विभाग शामिल होंगे
हरितिमा एप से समस्त वृक्षारोपण स्थलों की जिओटैगिंग भी वन विभाग व अन्य विभागों द्वारा करायी जायेगी
लाभार्थी किसानों व कृषक उत्पादक समूहों को सागौन, शीशम, आम, महुआ, नीम व सहजन का निःशुल्क वितरण किया जायेगा
नगरीय क्षेत्रों, पार्को व रिक्त पडे़ स्थानो पर छायादार व शोभाकार वृक्षों जैसे कि- अमलतास, गोल्ड मोहर, कदम, सावनी पुतन्जीवा, मौलश्री इत्यादि का रोपण किया जायेगा
वाराणसी। दिनांक 13.05.2025 को वाराणसी मण्डल के समस्त जनपदों वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली तथा जौनपुर में आगामी वृक्षारोपण वर्ष-2025 में वन विभाग व अन्य 26 विभागों द्वारा किये जाने वाले वृक्षारोपणों की वृहद समीक्षा वन भवन मुख्यालय में वन संरक्षक, वाराणसी वृत्त की अध्यक्षता में की गयी, जिसमें सभी जनपदों के जिला वन अधिकारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी व क्षेत्रीय वन अधिकारी उपस्थित रहे। वन विभाग वाराणसी को 280000, वन विभाग गाजीपुर को 1050000, वन विभाग जौनपुर को 1455400 तथा वन विभाग चन्दौली को 3640600 पौधों के रोपण का लक्ष्य मुख्य सचिव, उ0प्र0, शासन द्वारा दिनांक-13.01.2025 को आवंटित किया गया है जिसके सापेक्ष वाराणसी जनपद में 86 गाजीपुर 175 पर जौनपुर 178 स्थलों का चयन कर गड्ढा खुदान का कार्य कर लिया गया है।
इसके अतिरिक्त अन्य 26 विभागों का वाराणसी जनपद में 1417520, गाजीपुर में 3064100 तथा जौनपुर में 3742580 पौधों का वृक्षारोपण किये जाने का लक्ष्य मुख्य सचिव उ0प्र0, शासन द्वारा किया गया है, जिसके विरूद्ध वाराणसी जनपद में 514567, गाजीपुर में 2402476 तथा जौनपुर में 3007456 पौधे लगाये जाने हेतु कार्ययोजना अन्य विभागों द्वारा तैयार कर जिला वनाधिकारियों को प्रेंषित कर दी गयी है।
अन्य विभागों में सर्वाधिक ग्राम्य विकास विभाग को 4762000 पौधों का लक्ष्य आवंटित किया गया है, जिसमें उनके द्वारा ग्राम सभा की रिक्त जैसे कि तालाब, व चारागाह की भूमियों पर छायादार व फलदार वृक्षों का रोपण किया जायेगा।
पंचायती राज विभाग को मण्डल में 482000 पौधों व कृषि विभाग को 952000 पौधों का लक्ष्य आंवटित किया गया है जिसके क्रम में उनके द्वारा लाभार्थी किसानों व कृषक उत्पादक समूहों का चयन कर मुख्य रूप से सागौन, शीशम, आम, महुआ, नीम व सहजन का निःशुल्क वितरण किया जायेगा। जिस हेतु वन विभाग द्वारा पंचायतीराज विभाग व कृषि विभाग को निःशुल्क पौधे दिये जाने की तैयारी कर ली गयी है।
नगर विकास विभाग, आवास विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, व रक्षा विभाग को क्रमशः 128000, 13000, 28000 व 11000 पौधों का लक्ष्य मण्डल स्तर पर दिया गया है। इसके क्रम में उनके द्वारा नगरीय क्षेत्रों, पार्को व रिक्त पडे़ स्थानो पर छायादार व शोभाकार वृक्षों जैसे कि- अमलतास, गोल्ड मोहर, कदम, सावनी पुतन्जीवा, मौलश्री इत्यादि का रोपण किये जाने की कार्ययोजना बनायी गयी है।
पशुपालन विभाग, द्वारा मण्डल में 19000 पौधों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें मुख्य रूप से गौशालाओं के अन्तर्गत छायादार व चारा प्रजाति के पौधों का रोपण जैसे कि चिलबिल गुटेल, कंजी, पाकड़ गूलर, पीपल का रोपण किया जायेगा।
मण्डल में माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, व उच्च शिक्षा विभाग का क्रमशः 29000, 48000, 13000 व 49000 पौधों का लक्ष्य आवंटित किया गया है, जिसके क्रम मे समस्त स्तर के विद्यालयों व महाविद्यालयों के उपलब्ध होने पर छायादार व फलदार पौधों का रापेण करने की कार्ययोजना उक्त विभागों द्वारा बनायी गयी है, जिसमें विद्याथिर्यो की मिड-डे मील योजना को और सशक्त बनाने हेतु फलदार वृक्षों का रोपण जैसे कि- ऑवला, सहजन, अमरूद, अनार, करौदा, बेल इत्यादि लगाया जाना प्रस्तावित है। इस योजना का लाभ समस्त सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को दिया जायेगा।
मण्डल में उद्यान विभाग द्वारा कुल 587000 फलदार पौधों का रोपण किये जाने की कार्ययोजना जनपदो द्वारा जिला वनाधिकारियों को प्रस्तुत की गयी है जिसमें वाराणसी की पहचान लगड़ा आम को सर्वाधिक महत्व दिया गया है। उद्यान विभाग द्वारा भी इस वर्ष समस्त विभागों को माह जुलाई में निःशुल्क फलदार ग्राफ्टेड पौधो को निःशुल्क उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है। वृक्षारोपण हेतु तैयार किये गये स्थलों व गड्ढों व अन्य कार्यो की जॉच हेतु गठित टीम द्वारा अपनी जॉच रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। वृक्षारोपण किये जाने वाले स्थलो, नर्सरियों व उपलब्ध पौधों का विवरण निम्न प्रकार हैः-
क्रम सं0 जनपद वृक्षारोपण स्थलों की सं0 पौधशालाओं की संख्या उपलब्ध पौधों की संख्या
1 वाराणसी 86 24 3011428
2 गाजीपुर 175 26 6109457
3 जौनपुर 178 38 7315684
योग 439 88 16436569
आगामी वृक्षारोपण अभियान में समस्त 27 विभागों की पूर्ण मनोयोग से भागीदारी सुनिश्चित करने व कृषकों व कृषक उत्पादक समूहों को जोड़ने हेतु निर्देश वन संरक्षक द्वारा समस्त जिला वनाधिकारियों को दिये गये।
हरितिमा एप से समस्त वृक्षारोपण स्थलों की जिओटैगिंग भी वन विभाग व अन्य विभागों द्वारा कराये जाने के निर्देश दिये गये व इस हेतु हरितिमा एप का प्रशिक्षण समस्त विभागों को दिये जाने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराने की अपेक्षा की गयी।