
वाराणसी।जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में सी0एम0 डैशबोर्ड पर प्रदर्शित प्राप्तांक एवं ग्रेडिंग के आधार पर विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सीएम डैशबोर्ड की प्रगति रिपोर्ट में खराब श्रेणी प्रदर्शित करने वाले इंडिकेटर में रहने वाले विभाग व कार्यों से संबंधित विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि कार्यों/योजनाओं में गुणात्मक प्रगति लाते हुए बेहतर परफॉर्मेंस प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि कार्याे के संचालन एवं क्रियान्वयन में लापरवाही के कारण सीएम डैश-बोर्ड पर खराब रैकिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से आँगनवाड़ी केन्द्रों के संचालन व क्रियान्वयन,सैम/मैम की स्थिति,पोषण ट्रैकर पर डेटा फीडिंग,राशन वितरण आदि के बारे में जानकारी ली और कुछ बिंदुओं पर पिछड़ने पर शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए।जनपद में तालाबों की स्थिति के बारे में मत्स्य विभाग के ए डी ने बताया कि कि 897 तालाब है जिनमें 628 का पट्टा जारी किया जा चुका है।जिलाधिकारी ने अवशेष तालाबो की विज्ञापन देकर नीलामी करवाने का निर्देश दिया।साथ ही उन्होंने जनपद में और अधिक तालाबों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया।जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने ग्राम पंचायतों में पेयजल योजनाओं के निर्माण कार्य,रेट्रोफिटिंग एवं पानी का कनेक्शन सहित अन्य संबंधित कार्यों में प्रगति लाने का निर्देश अधिशासी अभियंता जल निगम को दिये। कहा कि जब तक गांवो में पेयजल कनेक्शन का कार्य पूरा न हो तब तक संबंधित संस्था का भुगतान न किया जाए।उन्होंने वन विभाग द्वारा हर साल विभिन्न विभागों के माध्यम से कराए गए वृक्षारोपण और उनकी जीवीवता के संबंध में जानकारी ली।कहा कि थर्ड पार्टी से इसका वेरिफिकेशन करवाया जाएगा।फैमिली आईडी,सीएमआईएस,मध्याह्न भोजन योजना एवम विद्यार्थियों की उपस्थिति और प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में ख़राब प्रगति पाई गई,जिस पर जिलाधिकारी ने इन योजनाओं के विभागाध्यक्षों को अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए गए।उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना,निपुण परीक्षा आकलन,नई सड़को का निर्माण,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति,बच्चों के एडमिशन, बच्चों को सहायता के लिए दी जाने वाली राशि का डीबीटी हस्तांतरण,और गरीब बच्चों के आरटीई के तहत होने वाले एडमिशन आदि के बारे गहन समीक्षा की।उन्होंने बीएसए को निर्देश दिया कि सभी एबीएसए से स्कूलों का लक्ष्य के अनुसार निरीक्षण कराया जाए।जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सा विभाग,लोक निर्माण विभाग,बिजली विभाग के अंतर्गत ओवरलोडेड ट्रांसफार्मरों की स्थिति,कनेक्शन के सापेक्ष बिलिंग,विद्युत आपूर्ति,यू पी नेडा,पंचायतीराज विभाग में शौचालय,कूड़ा निस्तारण केंद्र की स्थिति,अल्पसंख्यक कल्याण, पिछड़ा वर्ग से सम्बंधित निर्माण कार्यो में प्रगति एवं छात्रवृत्ति का वितरण,कृषि विभाग की पीएम कुसुम योजना,पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी,फार्मर आईडी व फसल बीमा योजना,एनआरएलएम,मनरेगा के तहत अन्नपूर्णा भवन व आंगनवाड़ी केन्द्रों के निर्माण,दुग्ध विभाग,प्रोबेशन विभाग तथा समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं,माध्यमिक शिक्षा में प्रोजेक्ट अलंकार,सहकारिता, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र,सिचाई विभाग आदि से सम्बंधित समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने विभागों द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभागीय अधिकारीगण प्रत्येक दशा में योजनाओं के संचालन में समयबद्धता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें, आम जनमानस की शिकायतों का तत्काल निस्तारण कराया जाए। उन्होंने सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस बात का विशेष ध्यान दिया जाये कि विभागीय योजनाओं के आच्छादन सहित लाभार्थीपरक योजनाओं को लक्ष्य के सापेक्ष ससमय पूर्ण कर लिया जाये, किसी भी प्रकार से लम्बित मामलों को अविलम्ब निस्तारित करा दिया जाये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 संदीप चौधरी सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

