

भगवान गणेश की आरती करने से सभी विघ्न और बाधाएँ दूर होती हैं। जब यह आरती अनुराधा पौडवाल जी की मधुर आवाज़ में गाई जाती है, तो इसकी दिव्यता और भी बढ़ जाती है। यदि आप Anuradha Paudwal Ganesh Aarti Lyrics खोज रहे हैं, तो यहाँ आपको संपूर्ण आरती के बोल, इसे करने की विधि और इसके लाभ की पूरी जानकारी मिलेगी।

अनुराधा पौडवाल गणेश आरती लिरिक्स
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी,
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी,
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
भगवान गणेश की आरती करने से जीवन में मंगलकारी बदलाव आते हैं और हर कार्य में सफलता मिलती है। यदि आप Anuradha Paudwal Ganesh Aarti Lyrics खोज रहे हैं, तो इस पवित्र आरती को अपने दैनिक जीवन में अपनाएँ और गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करें। अन्य भक्तिपूर्ण आरतियों के लिए लक्ष्मी जी की आरती, हनुमान जी की आरती, और शिव जी की आरती भी पढ़ें।
गणेश जी की आरती करने की विधि
- स्वच्छता का ध्यान रखें – पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें और स्वयं स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- दीप प्रज्वलित करें – भगवान गणेश के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
- फूल और दूर्वा अर्पित करें – गणेश जी को दूर्वा घास और लाल फूल अर्पित करें।
- मिष्ठान का भोग लगाएं – मोदक और लड्डू का भोग भगवान को अत्यंत प्रिय है।
- आरती का गान करें – श्रद्धा भाव से अनुराधा पौडवाल गणेश आरती का उच्चारण करें।
- प्रसाद वितरण करें – आरती समाप्त होने के बाद भक्तों में प्रसाद वितरित करें।
गणेश जी की आरती के लाभ
- सभी कार्यों में सफलता – गणेश जी की आरती करने से हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
- विघ्नों का नाश – जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और समृद्धि आती है।
- घर-परिवार में सुख-शांति – घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति – विद्यार्थी और नौकरीपेशा लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी।
- शुभ कार्यों में मंगल – कोई भी शुभ कार्य करने से पहले गणेश जी की आरती करने से वह निर्विघ्न संपन्न होता है।