RS Shivmurti

डीएम और पुलिस कमिश्नर के आदेशों को आजतक नही लगा पंख

खबर को शेयर करे

आज भी रामनगर सामनेघाट पुल पर दो थानों के निकम्मे वजूद को सलाम करते दौड़ते हैं बड़े और भारी भरकम वाहन

RS Shivmurti

पुल के दोनो छोर पर दो दो ब्रेकर की आवश्यकता की जल्द हो पूर्ति जिससे अंधी दौड़ लगा रहे वाहनों पर लग सके अंकुश

रामनगर/वाराणसी।। बात सात माह पहले 27 मई की है। रामनगर सामनेघाट पुल पर जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां दोनो प्रशासनिक अधिकारियों को पुल के दोनो छोर पर डबल हाइटगेज लगाने की आवश्यकता महसूस हुई। जिसकी वजह से बड़े और भारी भरकम वाहन रामनगर सामनेघाट पुल से न गुजर सके। उस समय जिले के दोनो आला अधिकारियों को भली भांति एहसास था कि लगभग 97 करोड़ की लागत से बने इस 923 मीटर लम्बे पुल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 सितम्बर 2017 को किये जाने के बाद चन्दौली, गाजीपुर, मिर्जापुर व आसपास के अन्य जिलों सहित बिहार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से जोड़ने वाली ये रामनगर सामनेघाट पुल काशी की ऐतिहासिक धरोहरो का साक्षात परिचय कराने के साथ साथ चिकित्सीय सुविधा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। ज्ञात हो कि बिहार सहित आसपास के अन्य जिलों के मरीज और राहगीर जहां इसी पुल के माध्यम से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित ट्रामा सेन्टर और सर सुन्दर लाल चिकित्सालय पहुंचते हैं, वहीं रामनगर दुर्ग, मंशा देवी मंदिर, रामबाग पोखरा स्थित दुर्गा मन्दिर, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का संग्रहालय देखने को लोग इसी पुल से आते जाते हैं। दो थानों के बीच पड़ने वाले इस पुल से बड़े और भारी भरकम वाहन न गुजरे इसके लिए उस समय के लंका थाना प्रभारी को पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने निर्देशित भी किया था। लेकिन न जाने किन वजहों से सात महीने बाद भी आजतक न तो दोनो छोर पर डबल हाइटगेज लगे और न ही दोनो थानों की पुलिस बड़े और भारी भरकम वाहनों के चलने पर रोक लगाने में सफल हो पाई। जबकि रामनगर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले रामनगर चौक, शास्त्रीचौक और लंका थाना क्षेत्र अंतर्गत सामनेघाट पुल के पास यातायात पुलिस मुस्तैदी से खड़ी रहती है। वर्ष 2008 में पद्म विभूषित प्रख्यात समाजसेविका डा. निर्मला देशपाण्डेय के देहावसानोपरांत बलिया से रामनगर तक नशा उन्मूलन पदयात्रा कर चुके समाजसेवी कृपा शंकर यादव ने कहा कि रामनगर सामनेघाट पर चल रहे बड़े वाहनों से एकओर जहां अन्य राहगीरों को अनेकानेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वही जिले के जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के 27 मई के दौरे और लंका थाना प्रभारी को दिये निर्देशन का आम राहगीरों को सात महीने बाद भी कोई लाभ दिखता नही मिल रहा है। कृपा शंकर यादव ने पुल के दोनो छोर पर दो दो ब्रेकर की आवश्यकता का भी जिक्र किया।बताते चलें कि जिले के दोनो आला अधिकारी एस0 राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन आज भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में अपनी प्रशासनिक सेवाए दे रहे हैं लेकिन न जाने किन वजहों से आज तक दोनो आला अधिकारियों के आदेशों को पंख नही लगा।

इसे भी पढ़े -  बिजली की मांग पहुँची 755 मेगावाट
Jamuna college
Aditya