


समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का जो फार्मूला है, वही असली समाजवाद की परिभाषा है। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव के इस फार्मूले से सरकार की नींद हराम हो गई है।

अंसारी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जिसे कभी जाति विशेष का नेता कहा जाता था, आज उसी को सरकार ने मंत्री बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पीडीए के आगे समर्पण कर दिया है, यही कारण है कि विधानसभा उपचुनाव में सारी सीटें पीडीए को दे दी गईं।
दिल्ली और मिल्कीपुर चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यदि विपक्षी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ते, तो हरियाणा में कांग्रेस और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार होती। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के एक पुराने बयान “बंटोगे तो कटोगे” पर तंज कसते हुए कहा कि यह नारा दूसरे संदर्भ में दिया गया था, लेकिन अगर विपक्षी दल इसे समझ लें और एकजुट हों, तो उनका भला हो सकता है। उन्होंने कहा, “मैं कह रहा हूँ कि अगर बंटोगे तो पिटोगे।”
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने अखिलेश यादव के बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने आयोग को सफेद कपड़ा भेजने की बात कही थी। अफजाल ने कहा, “हम मानते हैं कि चुनाव आयोग मृत समान हो चुका है।”