बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता अनिल कपूर अपनी एक्टिंग और एनर्जी के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में कुछ ऐसा किया जो आज भी एक किस्से के रूप में सुनाया जाता है? अनिल कपूर ने एक्टर बनने की अपनी पहली कोशिश में तीन दिन तक न नहाया, न मुंह धोया।
बोनी कपूर ने सुनाया किस्सा
अनिल कपूर के बड़े भाई और प्रसिद्ध निर्माता बोनी कपूर ने एक इंटरव्यू में यह किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि अनिल हमेशा से एक्टर बनना चाहते थे और जब उन्हें पहली बार मौका मिला, तो उन्होंने इसे बहुत गंभीरता से लिया। अनिल को डर था कि अगर वह नहाएंगे या मुंह धोएंगे तो उनका मेकअप उतर सकता है। यही वजह थी कि उन्होंने तीन दिनों तक नहाने से परहेज किया।
‘मुझे हीरो बनना था’: अनिल कपूर
अनिल कपूर खुद भी इस किस्से को स्वीकारते हैं। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा से एक्टर बनना चाहता था। जब मुझे पहला मौका मिला, तो मैं उसे किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहता था। मुझे लगा कि मेरा लुक ही सब कुछ है और इसे बनाए रखने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं।” उनका यह जुनून और डेडिकेशन आज उनकी सफलता का हिस्सा है।
अनिल कपूर का संघर्ष और सफर
अनिल कपूर का करियर आसान नहीं था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में कई छोटे-मोटे रोल किए। लेकिन उनका डेडिकेशन और मेहनत उन्हें धीरे-धीरे बड़े ब्रेक तक ले गया। उनकी पहली बड़ी सफलता ‘वो सात दिन’ फिल्म से आई। इसके बाद उन्होंने ‘मिस्टर इंडिया’, ‘तेजाब’, और ‘राम-लखन’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया।
परिवार से मिली प्रेरणा
अनिल कपूर के परिवार में फिल्मी माहौल का बड़ा असर रहा। उनके पिता सुरिंदर कपूर फिल्म प्रोड्यूसर थे और भाई बोनी कपूर भी फिल्म निर्माता बने। परिवार से मिली इस प्रेरणा ने अनिल को इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए तैयार किया।
डेडिकेशन का सबूत
अनिल कपूर का यह किस्सा उनके डेडिकेशन और अपने काम के प्रति गंभीरता को दिखाता है। तीन दिन तक न नहाने की उनकी कहानी यह साबित करती है कि वह अपने करियर को लेकर कितने जुनूनी थे।
आज भी उतने ही एनर्जेटिक
आज, जब अनिल कपूर को देखते हैं, तो उनकी एनर्जी और फिटनेस का हर कोई कायल हो जाता है। वह न केवल अपनी पीढ़ी के बल्कि आज की यंग जनरेशन के लिए भी प्रेरणा हैं। अनिल कपूर का यह डेडिकेशन और काम के प्रति प्यार उनकी सफलता की कुंजी है।