वाराणसी-रोहनिया डॉ0 विभूति नारायण सिंह गंगापुर परिसर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और विकसित भारत: संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय के ऊपर केंद्रित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ डॉ.राम प्रकाश सिंह यादव के संयोजन एवं डॉ. अविनाश कुमार सिंह के सह संयोजन में हुआ। मुख्य अतिथि प्रोफेसर पृथ्वीश नाग, पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर राम प्रवेश पाठक, सेवानिवृत्त संकायाध्यक्ष, समाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, मुख्य वक्ता डॉ0 बंशीधर पांडे, निदेशक वर्धा विश्वविद्यालय तथा उद्घाटन सत्राध्यक्ष, प्रोफेसर रघुवीर सिंह तोमर, म0गां0का0वि0 ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन किया ।
अपने मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर पृथ्वीश नाग ने अपने वक्तव्य में अत्यंत संक्षेप में किंतु अतिसागर्भित बातें कहीं जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के संदर्भ में होने वाली दिक्कतों के ऊपर मुख्य रूप से प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर पृथ्वीश नाग ने नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षण के स्वरूप तथा अन्य विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम के साथ समन्वय, मूल्यांकन प्रक्रिया, शिक्षकों के कार्य दायित्व में वृध्दि आदि विषयों पर संक्षेप में किंतु सारगर्भित वक्तव्य दिया।
प्रो0 राम प्रवेश पाठक ने नई शिक्षा नीति के संदर्भ में कौटिल्य के द्वारा प्रदत्त उद्धरणों को सामने रखा।
मुख्य वक्ता डॉ वंशीधर पांडेय ने विद्यार्थियों के समक्ष उत्पन्न परेशानियों को सामने रखते हुए इसके विसंगतियों को उजागर किया।