

समय के साथ स्वास्थ्य के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं। दुनियाभर में हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियां सबसे बड़ी चिंता बन चुकी हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि इन बीमारियों के कारण सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। बदलती जीवनशैली और खराब आहार आदतों के चलते हृदय रोग, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं अब बेहद आम हो गई हैं। यह चिंताजनक है कि 20 साल से कम उम्र के लोग भी इन गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।

गंभीर बीमारियों के कारण: 2024 की एक झलक
साल 2024 के अंत में, यह समय है उन बीमारियों पर नजर डालने का, जिन्होंने इस साल लोगों की जान पर सबसे ज्यादा असर डाला। कोरोना महामारी के बाद से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव देखने को मिला है। महामारी के कारण न केवल लोगों की जीवन प्रत्याशा में कमी आई, बल्कि शरीर के कई अंग भी प्रभावित हुए।
अब जब कोरोना महामारी एंडेमिक हो चुकी है, तो जीवन प्रत्याशा में सुधार देखा जा रहा है। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) की रिपोर्ट बताती है कि 2023 में पैदा होने वाले बच्चों की औसत उम्र 78.4 साल तक हो सकती है, जो 2022 की तुलना में एक साल अधिक है।
मौत के शीर्ष कारण: 2024 की सूची
वैश्विक स्तर पर हृदय रोग और कैंसर सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के रूप में उभरे हैं। हृदय रोग जैसे कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी), हार्ट अटैक, और हार्ट फेलियर के कारण इस साल लाखों लोगों की मौत हुई। डेथमीटर की रिपोर्ट के अनुसार, केवल कोरोनरी आर्टरी डिजीज से इस साल 97.93 लाख लोगों की जान गई।
2024 में मौत के शीर्ष 10 कारण (आंकड़े लाख में):
बीमारी मौत (लाख में)
कोरोनरी आर्टरी डिजीज 97.93
स्ट्रोक 60.01
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज 31.57
लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन 30.69
अल्जाइमर और डिमेंशिया 20.67
फेफड़ों का कैंसर 17.73
मधुमेह 16.59
सड़क दुर्घटना 14.56
डायरिया संबंधी रोग 14.35
ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) 13.42
मानसिक स्वास्थ्य पर बढ़ता खतरा
कोरोना महामारी के बाद मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और आत्महत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। इस साल 8.23 लाख लोगों ने आत्महत्या की, जो हर दिन 1200-1500 मौतों के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अवसाद और तनाव जैसी समस्याओं के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी हो रही है।
बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि बीमारियों से बचने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में सुधार लाने की जरूरत है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और तनाव को कम करने वाली गतिविधियों को अपनाकर इन बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।