वाराणसी।मुख्य विकास अधिकारी वाराणसी के निर्देश के क्रम में विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विभाग के साथ-साथ सिंचाई, लघु सिंचाई, सहकारिता, मत्स्य, उद्यान, नलकूप, पशुपालन, कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक रेशम यू0पी0 नेडा दुग्ध विकास अधिकारी एवं जनपद के कृषकों द्वारा सहभागिता किया गया। सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देते हेतु अधिक से अधिक कृषकों को योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया। इसी क्रम कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0एन0के0 सिंह द्वारा बताया गया कि जिन कृषकों द्वारा अभी तक गेहूॅं की बुवाई नहीं की है वे कृषक 31 दिसम्बर तक गेहूॅ की पिछयती प्रजातियों का चयन कर सुपर सीडर एवं हैपी सीटर से बुवाई कर सकते है। गेहूॅं में खरपतवार के नियंत्रण हेतु बीडी साइड रसायन का प्रयोग करके नियंत्रित किया जा सकता है। बीडी साइड के छिड़काव के 48 से 72 घंटे के बाद यूरिया की टॉपड्रेसिंग करें। जिला कृषि अधिकारी एवं सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक-सहकारिता द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं अन्य फास्फेटिक उर्वरक उपलब्ध है। जिसे समितियों पर प्राथमिकता के आधार पर पहुंचाया जा रहा है। साथ ही कृषको से अपेक्षा की गयी कि नैनो यूरिया एवं नैनो डी0ए0पी0 का प्रयोग छिड़काव विधि से करें। इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा उपस्थित कृषकों से अपेक्षा कि गई कि नैनो यूरिया एवं नैनो डी0ए0पी0 का छिड़काव जो भी कृषक अपने गेहॅू, आलू एवं सरसों की फसलों में कराना चाहता है वे कृषक अपना नाम, गांव, ब्लाक व मोबाइल नंबर अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उपलब्ध करा दें, ताकि वहॉं पर नैनो यूरिया व नैनो डी0ए0पी0 का प्रदर्शन कराया जा सके। नलकूल विभाग द्वारा बताया गया कि जनपद में कुल 789 राजकीय नलकूप स्थापित है। जिसमें 12 मैकेनिकल एवं 8 विद्युत दोष के कारण बंद है जिसे जल्द ही ठीक करा दिया जाएगा। इसी क्रम में उपस्थित कृषको द्वारा नलकूप संख्या 553, 465, 171 में विभिन्न प्रकार की खामियों को दूर किए जाने हेतु शिकायती पत्र प्राप्त कराया गया। जिसके क्रम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा सम्बन्धित अधिकारी से अपेक्षा किया गया कि तत्काल उक्त राजकीय नलकूपों का स्थलीय निरीक्षण कराते हुए समस्या का समाधान नियमानुसार करें तथा कृत कार्यवाही से अवगत कराएं। सिंचाई विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि बाबतपुर रजवाहें में जौनपुर तक पानी आ गया है एक सप्ताह तक जनपद में पानी आने की संभावना है। पशुपालन विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि प्रगतिशील पशुपालकों को उन्नत नश्ल की स्वदशी गायो यथा-गिर, थारपारकर, हरियाणा, गंगातीरी गाय हेतु प्रतिदिन 08 से 12 क्रि0ग्रा0 तक दूध देने वाली पर रू0 10000 एवं 12 कि0ग्रा से अधिक दूध देने वाली पर रू0 15000 प्रोत्साहित धनराशि निर्धारित किया गया है। प्रोत्साहित धनराशि प्राप्त करने हेतु जनपद के समस्त पशु चिकित्सालयों पर आवेदन फार्म उपलब्ध है। कृषक बन्धु आवेदन फार्म प्राप्त कर आवेदन कर सकते हैं जिसकी अंतिम तिथि 31 दिसम्बर, 2024 निर्धारित है। इसी क्रम में बताया गया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत बकरी/भेड़ पालन हेतु एन0एल0एम0 योजना जनपद में संचालित है, जो 50 प्रतिशत अनुदान देय है। बकरी/भेड़ पालन हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। इच्छुक कृषक बन्धु कार्यालय में सम्पर्क स्थापित कर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, पशुओं को शीतलहर से बचाएं तथा पशुओं में ए0आई कराते समय समयावधि का विशेष ध्यान दिया जाए। मत्स्य विभाग द्वारा बताया गया कि मत्स्य पालकों का दुर्घना बीमा विभाग द्वारा किया जाता है। इच्छुक मत्स्य पालक बीमा करा सकते हैं। जिला कृषि रक्षा अधिकारी वाराणसी द्वारा बताया गया कि ब्यूवेरिया वैसियाना कृषि रक्षा भण्डारों पर 75 प्रतिशत एवं, सल्फोसल्फ्यूरान कार्बेन्डाजिम, मैन्क्रोजेब एवं पेंडीमेथिलीन मूल्य का 50 प्रतिशत अनुदान पर देय है। उपरोक्त रसायनो का फसलों में नियमानुसार प्रयोग करके किसी भी प्रकार नुकसान से बचा जा सकता है। इसी क्रम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा समस्त विभागों से अपेक्षा किया गया कि उपस्थित कृषकों द्वारा जो भी समस्याएं इस किसान दिवस के माध्यम से उठायी गयी है उसका समाधान नियमानुसार तत्काल करें।