आगरा के कमला नगर थाना क्षेत्र में स्थित द्वारिकापुरम कॉलोनी के निवासी और बिल्डर प्रखर गर्ग के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार सुबह छापा मारा। यह टीम लखनऊ से आई थी और सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू की। छापेमारी के दौरान घर की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई, और टीम ने दस्तावेजों की जांच-पड़ताल शुरू की।
हाईकोर्ट में अर्जी देकर सुर्खियों में आए थे प्रखर गर्ग
प्रखर गर्ग तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर बांकेबिहारी कॉरिडोर के निर्माण के लिए 510 करोड़ रुपये इकट्ठा करने की बात कही थी। उनका कहना था कि यह धनराशि वह भक्तों के सहयोग से जुटाएंगे।
प्रखर गर्ग का आपराधिक इतिहास
प्रखर गर्ग का नाम पहले भी विवादों में रह चुका है। मथुरा के एसएसपी ने आगरा पुलिस से उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों की जानकारी मांगी थी, जिसमें उनका आपराधिक इतिहास सामने आया। प्रखर गर्ग धोखाधड़ी के मामलों में जेल भी जा चुके हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
ठगी के मामलों में फंसे प्रखर गर्ग
बाग फरजाना निवासी अनुराग गुप्ता ने 2021 में प्रखर गर्ग और उनके तीन साथियों के खिलाफ थाना हरीपर्वत में धोखाधड़ी और साजिश का केस दर्ज कराया था। इसके अलावा, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज कानपुर, बिजली कंपनी टोरंट पावर, और जीवनदायिनी फार्मेसी शॉप के मालिक संजीव गोयल सहित 21 लोगों ने उनके खिलाफ चेक बाउंस और अमानत में खयानत के मुकदमे दर्ज कराए हैं।
करोड़ों रुपये की ठगी के आरोप
प्रखर गर्ग पर कई लोगों को होटल और अन्य संपत्तियां दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। इन मामलों के पीड़ित प्रखर गर्ग के घर, पुलिस थानों, और अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में उनके खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों में धोखाधड़ी और आर्थिक अपराधों का जिक्र है।
अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की सूचना
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम ने आगरा के अलावा नोएडा और अन्य जगहों पर भी छापेमारी की है। यह कार्रवाई प्रखर गर्ग से जुड़े आर्थिक अपराधों की जांच का हिस्सा है।