पूर्वांचल के लोगों को नए साल में रेलवे की ओर से एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस को अब वाराणसी तक विस्तारित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इससे वाराणसी और मेरठ के बीच सीधी सेवा शुरू होगी, जो यात्रियों के लिए समय और सुविधा दोनों के लिहाज से बेहद फायदेमंद साबित होगी।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने शुरू की तैयारी
उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। इसके तहत रूट का सर्वे भी करवाया जा रहा है। यह सर्वे यह सुनिश्चित करेगा कि नई सेवा में कोई तकनीकी या ढांचागत बाधा न आए। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो नए साल की शुरुआत में यह ट्रेन वाराणसी से चलने लगेगी।
वाराणसी-मेरठ के बीच समय की होगी बचत
वंदे भारत एक्सप्रेस की गति और आधुनिक सुविधाओं के कारण यह ट्रेन वाराणसी और मेरठ के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देगी। मौजूदा रेल सेवाओं के मुकाबले, इस सेवा से यात्रियों को लगभग 25-30% समय की बचत होगी। यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को और अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ेगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी आधुनिक तकनीक और सुविधाओं के लिए जानी जाती है। यह ट्रेन एयरलाइन-स्टाइल की सीटिंग, ऑनबोर्ड वाई-फाई, और तेज गति जैसी विशेषताओं से लैस है। इसके अलावा, ट्रेन में स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली और उच्चतम स्तर की सुरक्षा भी उपलब्ध होगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
वाराणसी से मेरठ तक वंदे भारत एक्सप्रेस के विस्तार से न केवल यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि यह क्षेत्र के पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी। वाराणसी एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है, जबकि मेरठ और लखनऊ अपनी ऐतिहासिक और औद्योगिक पहचान के लिए प्रसिद्ध हैं। इस ट्रेन सेवा से इन शहरों के बीच पर्यटन और व्यापार में वृद्धि होने की संभावना है।
रेलवे के प्रयासों से यात्रियों को राहत
रेलवे द्वारा लगातार यात्रियों की सुविधा के लिए नई-नई सेवाएं शुरू की जा रही हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगा, बल्कि यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी करेगा।
नए साल में होगी सेवा शुरू
यदि रूट सर्वे और अन्य तैयारियां समय पर पूरी हो जाती हैं, तो नए साल में वाराणसी से मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो सकता है। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि अंतिम निर्णय सर्वे के नतीजों और इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।