अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का दूसरा तल पूरी तरह तैयार हो चुका है, जहाँ गर्भगृह का निर्माण कार्य संपन्न हो गया है। गर्भगृह राम मंदिर का पवित्रतम हिस्सा है, जहाँ भगवान श्रीराम की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। यह गर्भगृह मंदिर की आध्यात्मिकता और ऐतिहासिकता का प्रतीक है।
प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना
तीन मंजिला राम मंदिर के प्रथम तल का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है, और इस तल का लगभग 90% काम पूरा हो चुका है। प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जानी है, जो इस मंदिर का मुख्य आकर्षण होगा। राम दरबार का निर्माण कार्य जयपुर में चल रहा है और इसे बहुत ही सजीव और भव्य रूप दिया जा रहा है।
राम दरबार का निर्माण कार्य प्रगति पर
राम दरबार की मूर्तियों का निर्माण मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय द्वारा किया जा रहा है। यह कार्य बहुत ही सावधानी और समर्पण के साथ किया जा रहा है। मूर्तियों को आकार देने का काम 60% तक पूरा हो चुका है। राम दरबार में भगवान श्रीराम और माता सीता की मूर्ति एक साथ स्थापित की जाएगी। इसके अतिरिक्त, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की अलग-अलग मूर्तियां भी बनाई जा रही हैं।
जयपुर में बन रही मूर्तियां
जयपुर में राम दरबार की मूर्तियों पर महीन और जटिल कारीगरी का काम जारी है। यह मूर्तियां विशेष पत्थरों और सामग्री से बनाई जा रही हैं, जो उनके भव्य और दिव्य स्वरूप को उजागर करेंगी। मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय ने बताया कि जनवरी 2024 तक राम दरबार की मूर्तियों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
जनवरी में अयोध्या पहुंचेगी राम दरबार की मूर्तियां
राम दरबार की मूर्तियां जनवरी 2024 में अयोध्या भेज दी जाएंगी। इन मूर्तियों को अयोध्या में प्रथम तल पर स्थापित किया जाएगा, जहाँ भगवान राम का दिव्य दरबार साकार रूप लेगा। राम दरबार की स्थापना के बाद मंदिर का अंतिम रूप तैयार होगा।
राम मंदिर निर्माण में तेजी
राम मंदिर निर्माण कार्य को लेकर पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। तीन मंजिला मंदिर का ढांचा लगभग पूरा हो चुका है। यह मंदिर न केवल आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का भी एक अद्वितीय उदाहरण है।
भव्य राम मंदिर का स्वरूप
तीन मंजिला यह मंदिर पूरी तरह से पत्थरों से बनाया जा रहा है। इसमें पारंपरिक वास्तुकला और आधुनिक इंजीनियरिंग का अनूठा संगम है। गर्भगृह से लेकर राम दरबार तक हर हिस्से में बारीकी से काम किया जा रहा है। राम मंदिर का स्वरूप देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।
स्थापना की प्रतीक्षा में राम दरबार
राम दरबार की स्थापना के साथ ही राम मंदिर की आध्यात्मिक महिमा और बढ़ जाएगी। यह दरबार भगवान श्रीराम के जीवन और उनकी शिक्षा का प्रतीक होगा। सीता-राम की मूर्ति को एक साथ स्थापित करने का विचार उनकी सहधर्मचारिणी की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। वहीं, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियां रामायण के मूल्यों और आदर्शों की झलक पेश करेंगी।