
रविवार को जिला/महानगर कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता बाबा विश्वनाथ के दर्शन और वहां व्याप्त समस्याओं के निरीक्षण के लिए मैदागिन में स्व. राजीव गांधी की प्रतिमा के पास एकत्रित हुए। वे “हर-हर महादेव” के उद्घोष के साथ मंदिर की ओर बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताते हुए एक मांग पत्र सौंपा।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने काशी के ऐतिहासिक अक्षयवट को गिरवा दिया, जबकि वे खुद प्रयागराज के अक्षय वट की पूजा कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में पवित्र स्थल पर सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं और यह कार्रवाई उनके व्यापारिक हितों को ध्यान में रखते हुए की गई है।
कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि काशी के अक्षयवट को फिर से संरक्षित किया जाए और बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर किया जाए। इस प्रदर्शन में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें डॉ. राजेश गुप्ता, वकील अंसारी, सतनाम सिंह, अनुराधा यादव, और अन्य शामिल थे।