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यूपी में साल के आखिरी सप्ताह में शराब की दुकानों के बंद होने का समय बदला

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उत्तर प्रदेश में साल के आखिरी सप्ताह में शराब की दुकानों के बंद होने का समय बदला गया है। इस बदलाव के तहत, राज्य सरकार ने शराब की दुकानों को 24 से 31 दिसंबर तक निर्धारित समय से अलग समय पर बंद करने का आदेश जारी किया है। इस फैसले से संबंधित दिशा-निर्देश सभी जिलों के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) को भेजे जा चुके हैं, ताकि इसका पालन सुनिश्चित किया जा सके।

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शराब की दुकानों के बंद होने का नया समय

नए आदेश के तहत 24 से 31 दिसंबर तक शराब की दुकानें सुबह 10 से रात 11 बजे तक खुली रहेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह कदम उस वक्त उठाया गया है, जब साल के आखिरी सप्ताह में विभिन्न आयोजन, छुट्टियां और नए साल की तैयारियों को लेकर लोग अधिक संख्या में शराब का सेवन करते हैं। ऐसे में, शराब के सेवन से होने वाली समस्याओं को नियंत्रित करने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है।

साल के इस आखिरी सप्ताह में विशेष रूप से लोग पार्टी और आयोजनों के दौरान शराब का अधिक सेवन करते हैं, जो कभी-कभी सामाजिक और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पैदा कर सकता है। इस कारण, उत्तर प्रदेश सरकार ने शराब की दुकानों के बंद होने के समय में बदलाव किया है, ताकि शराब के सेवन को एक नियत सीमा तक रखा जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।

सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उद्देश्य से निर्णय

सरकार का यह निर्णय सार्वजनिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। 24 से 31 दिसंबर तक शराब की दुकानों को रात के समय पहले बंद करने का आदेश दिया गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शराब का सेवन और बिक्री रात के अत्यधिक समय में न हो, जिससे कानून-व्यवस्था में सुधार होगा और सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली अव्यवस्थाएं भी कम होंगी।

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इस फैसले के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि इस समय के दौरान सड़क दुर्घटनाओं और सार्वजनिक असमर्थताओं की घटनाओं में वृद्धि होती है, खासकर जब लोग ज्यादा शराब पीकर सड़कों पर निकलते हैं। सरकार ने यह कदम इन घटनाओं को कम करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है।

जिला प्रशासन को जारी निर्देश

प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश जारी किए हैं कि वे शराब की दुकानों के बंद होने के समय में बदलाव को तत्काल प्रभाव से लागू करें। जिलों के प्रशासन को आदेश दिया गया है कि वे अपनी-अपनी सीमा में शराब की दुकानों की निगरानी रखें और यह सुनिश्चित करें कि दुकानों का समय बदले हुए निर्देशों के अनुरूप हो।

इसके अलावा, सरकार ने यह भी कहा है कि शराब की दुकानों पर विक्रेताओं और ग्राहकों के बीच किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। जिलों के प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया गया है कि दुकानों में सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन भी किया जाए, खासकर इस समय के दौरान जब कोरोना जैसी महामारी का खतरा अभी भी बना हुआ है।

नए साल की तैयारी में बदलाव के कारण यह निर्णय

हर साल 31 दिसंबर को नए साल की स्वागत की तैयारियां जोरों पर होती हैं, और इस दौरान शराब की दुकानों पर भी भारी भीड़ देखी जाती है। इस स्थिति में शराब की अधिक बिक्री और उसके सेवन के कारण कई बार सार्वजनिक व्यवस्था में विघ्न आता है। सड़क पर बढ़ते हुए वाहन दुर्घटनाओं और सार्वजनिक स्थानों पर अशांति की घटनाओं को रोकने के लिए यह बदलाव किया गया है।

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प्रदेश सरकार ने यह निर्णय एक नियोजित तरीके से लिया है, ताकि पूरे प्रदेश में नए साल की रात सुरक्षित और शांति से मनाई जा सके। इससे पहले भी, विभिन्न राज्यों में इसी प्रकार के कदम उठाए गए हैं, जो शराब की बिक्री और सेवन के संबंध में सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।

अगले कुछ दिन होंगे चुनौतीपूर्ण, प्रशासन की जिम्मेदारी

प्रदेश सरकार का यह निर्णय अब प्रशासन के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है, क्योंकि उन्हें इसका सख्ती से पालन कराना होगा। जिलों के प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि शराब की दुकानों का समय सही तरीके से बदला जाए और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। इसके लिए स्थानीय पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारी सक्रिय रूप से काम करेंगे, ताकि किसी भी तरह की समस्याएं उत्पन्न न हों।

अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी और कोविड-19 से संबंधित सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाए, क्योंकि इस समय कोविड-19 के मामलों में वृद्धि भी हो सकती है। सरकार और प्रशासन के समन्वय से इस बदलाव को सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा और इसका असर समाज में सकारात्मक रूप से दिखेगा।

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