किडनैपर्स का बिजनौर से संबंध
कॉमेडियन सुनील पाल की किडनैपिंग का कनेक्शन बिजनौर से जुड़ा हुआ है। किडनैपिंग को अंजाम देने वाले दोनों युवक, लवी और अर्जुन कर्णवाल, बिजनौर के निवासी हैं। मेरठ पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाली और ज्वेलरी शॉप से खरीदारी के दौरान की गई वीडियो कब्जे में ली, जिसके आधार पर उनकी पहचान की गई।
पुलिस की छापेमारी और संदिग्धों की गिरफ्तारी
मेरठ पुलिस की कार्रवाई
सोमवार देर रात मेरठ पुलिस ने बिजनौर में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान दोनों आरोपियों के फोटो दिखाकर स्थानीय पुलिस से उनकी पहचान करवाई गई। पुलिस ने करीब आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लिया है, जिन्हें मेरठ ले जाया गया।
लवी और अर्जुन के शामिल होने पर असमंजस
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हिरासत में लिए गए युवकों में लवी और अर्जुन शामिल हैं या नहीं। बिजनौर पुलिस ने पुष्टि की है कि घटना को अंजाम देने वाले युवक बिजनौर के ही रहने वाले हैं, लेकिन इस पर आधिकारिक बयान देने से बच रही है।
घटना का विवरण: कैसे हुई किडनैपिंग?
हरिद्वार इवेंट के लिए जा रहे थे सुनील पाल
2 दिसंबर को सुनील पाल मुंबई से दिल्ली फ्लाइट के जरिए पहुंचे थे। वहां से इवेंट मैनेजर द्वारा भेजी गई कार में हरिद्वार जा रहे थे। रास्ते में मेरठ के एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके। वहीं, तीन लोग उनसे मिलने आए और खुद को उनका फैन बताकर बातचीत शुरू की।
नई कार का बहाना बनाकर किया किडनैप
इन युवकों ने सुनील पाल को नई कार दिखाने के बहाने अंदर बुलाया और वहां उन्हें बंद करके किडनैप कर लिया। इसके बाद चार घंटे तक उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर मेरठ की सड़कों पर घुमाते रहे।
फिरौती और ज्वेलरी खरीदारी की घटना
फिरौती के लिए दबाव
किडनैपर्स ने सुनील पाल से फिरौती के लिए घर पर फोन करने को कहा। हालांकि, उन्होंने परिजनों को परेशान न करने के लिए दोस्तों से रकम मंगवाने की बात कही।
ज्वेलरी पर उड़ाए पैसे
मेरठ के बेगम पुल स्थित आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख और जवाहर क्वार्टर के अक्षित ज्वेलर्स से 2.15 लाख के गहने खरीदे गए। इनका बिल सुनील पाल के नाम पर ही बनवाया गया और आधार व पैन कार्ड का उपयोग किया गया।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
मेरठ पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद, सुनील पाल ने सोशल मीडिया के जरिए इस घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज से पहचान
मेरठ पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद किडनैपर्स की पहचान की। बीती रात बिजनौर में कई स्थानों पर छापेमारी की गई।
निष्कर्ष
यह घटना कॉमेडियन सुनील पाल के लिए मानसिक आघात का कारण बनी। हालांकि, पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई से अपराधियों की पहचान हो गई है। अब पुलिस किडनैपर्स के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है। इस मामले में आगे की जानकारी का इंतजार है।