लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र में पुलिस और कुख्यात बदमाश कमलेश तिवारी के बीच हुई मुठभेड़ ने शहर में सनसनी फैला दी। कमलेश तिवारी, जिस पर कुल 28 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, पुलिस की रडार पर लंबे समय से था। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि कमलेश तिवारी अलीगंज इलाके में छिपा हुआ है। पुलिस ने जब उसे घेरने की कोशिश की, तो कमलेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
कमलेश तिवारी ने अचानक पुलिस पर गोलीबारी करते हुए भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने त्वरित जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से हुई फायरिंग के दौरान एक गोली कमलेश तिवारी के पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे तुरंत काबू में कर लिया और मौके पर ही प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल भेज दिया। कमलेश तिवारी के घायल होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
कमलेश तिवारी पर हत्या, लूटपाट, अपहरण जैसे संगीन अपराधों के कुल 28 मुकदमे दर्ज हैं। वह पुलिस के लिए एक चुनौती बना हुआ था, लेकिन इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसे पकड़ने में सफलता प्राप्त की। पुलिस का कहना है कि कमलेश तिवारी के गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश जारी है, और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
पुलिस और बदमाश के बीच इस मुठभेड़ से स्थानीय जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है, और लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।