दिनांक 7 अगस्त 2024 को समाजवादी पार्टी कार्यालय, मुगलसराय में ब्राह्मण समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वर्गीय पंडित हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा को ध्वस्त किए जाने के निर्णय की कड़ी निंदा की गई। पंडित हरिशंकर तिवारी, जो कि गोरखपुर जनपद के चिल्लुपार विधानसभा से सात बार के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके थे, उनकी प्रतिमा उनके पैतृक गांव में स्थापित की जानी थी। ग्राम पंचायत द्वारा शासन को इस संदर्भ में प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे एसडीएम द्वारा मौखिक रूप से स्वीकृति दी गई थी।
तिवारी जी के परिवार द्वारा प्रतिमा का निर्माण उनके जन्मदिन 5 अगस्त को उद्घाटन के लिए किया जा रहा था, लेकिन सरकार ने बुलडोजर लगाकर अर्ध-निर्मित चौउतरा को ध्वस्त कर दिया। सरकार का कहना है कि यह जमीन विवादित है और इस पर प्रतिमा नहीं लगाई जा सकती। ब्राह्मण समाज ने इसे बदले की भावना से किया गया घिनौना कार्य करार दिया है और सरकार के इस कृत्य की घोर निंदा की है।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वर्गीय पंडित हरिशंकर तिवारी की आदमकद प्रतिमा को सह सम्मान नहीं लगाया गया, तो बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद चंदौली के पूर्व सांसद माननीय रामकिशन यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख बाबूलाल यादव, प्रेम नाथ तिवारी, दरोगा पाठक, कैलाश नाथ तिवारी, संतोष मिश्रा, विकास चौबे, विजय आनंद तिवारी, सदानंद पांडे, संतोष उपाध्याय, सरोज पाठक, गौरी शंकर तिवारी, राम आश्रम पाठक, संजीव मिश्रा, राकेश तिवारी, मुलायम सिंह यादव और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र तिवारी के साथ सैकड़ों ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित थे।
ब्यूरो चीफ गणपत राय की रिपोर्ट