हाल ही में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा अमरनाथ यात्रा में बड़ी तबाही मचाने की साजिश का खुलासा किया है। इनपुट्स के मुताबिक, आईएसआई पंजाब के गैंगस्टर, रेडिकल्स ग्रुप और आतंकी संगठनों के जरिए श्रद्धालुओं को टारगेट करने की कोशिश कर रही है। पठानकोट में 7 संदिग्धों के दिखने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस, अर्धसैनिक बल, और आर्मी के 30 हजार जवान तैनात हैं। सुरक्षा बलों ने इस बार हाईटेक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं, जिसमें ड्रोन से नजर रखने की व्यवस्था भी शामिल है। पत्थरबाजों से निपटने के लिए कमांडो को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। यात्रा मार्ग पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लैंडमाइन प्रोटेक्टेड व्हीकल में आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम और टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 14411 भी शुरू किया गया है, ताकि संकट की स्थिति में मदद मिल सके।