वाराणसी। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 16 जुलाई को काशी आ रहे हैं। उनके आगमन की तैयारियाँ जोरों पर हैं। वे 1:30 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुँचेंगे, जहाँ से वे सड़कमार्ग से शंकराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ के लिए प्रस्थान करेंगे। श्रीविद्यामठ में वे वैदिक आचार्यों के मंत्रोच्चार के बीच पादुका पूजन करेंगे।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का काशी आगमन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनके दौरे के दौरान विभिन्न आयोजनों का आयोजन किया गया है, जिनमें वे भाग लेंगे। मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि शंकराचार्य 18 जुलाई को अपने शिष्य डॉ. अभय शंकर तिवारी के आवास पर आयोजित मणिद्वीपोत्सव नवचंडी महायज्ञ में भी शामिल होंगे।
इस महायज्ञ का आयोजन धार्मिक उत्सव के रूप में किया जा रहा है, जिसमें शंकराचार्य की उपस्थिति से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। काशी में उनके आगमन के दौरान अनुयायियों और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भागीदारी की उम्मीद है। शंकराचार्य का यह दौरा काशी की धार्मिक गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में याद किया जाएगा।