न्यूज़ डेस्क-सोनाली पटवा.
वाराणसी कोर्ट में श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामलों की सुनवाई हो रही है। जिला जज संजीव पांडे आठ याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे, जिसमें श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन और ज्ञानवापी तहखाने की मरम्मत शामिल है। हिंदू पक्ष ने दक्षिणी तहखाने की छत और बीम की मरम्मत की अनुमति मांगी है, जबकि मुस्लिम पक्ष ने इसका विरोध किया है। कोर्ट ने काशी विश्वनाथ न्यास का जवाब भी मांगा है।
राखी सिंह और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने बंद तहखानों के सर्वेक्षण की याचिका दाखिल की है। उनका दावा है कि ज्ञानवापी परिसर के धार्मिक चरित्र को निर्धारित करने के लिए ASI सर्वे आवश्यक है। वादी महिलाएं, जिनमें लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक शामिल हैं, श्रृंगार गौरी और अन्य देवताओं की पूजा की मांग कर रही हैं।
इसके अलावा, दक्षिणी तहखाने पर लोगों के जुटने और नमाज अदा करने पर भी विरोध है। तहखाने की छत कमजोर होने के कारण मरम्मत की मांग की गई है। जिला जज ने इन याचिकाओं पर सुनवाई के बाद अगली तिथि निर्धारित की है।
1991 में दाखिल मुकदमे को सिविल जज से जिला जज की अदालत में स्थानांतरित करने की अपील की गई है। हिंदू पक्ष ने पांच प्रमुख दावे किए हैं, जिसमें मां श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन का अधिकार, मस्जिद का अवैध निर्माण, और शिवलिंग की खोज शामिल है। समेकित सात मुकदमों के वादी-प्रतिवादी भी सूचीबद्ध हैं।