सपा और भाजपा दोनों मिले हुए हैं- राजभर
दोनों पार्टियां एक दूसरे के शरण में हैं-राजभर
सपा को बख्शीश में कार्यालय बड़ा दिया-राजभर
बीजेपी ने समाजवादी पार्टी को बख्शीश दी है’
अखिलेश यादव हमारी लोकप्रियता पचा नहीं पा रहे’
‘अभी ठंडी है इसलिए ओमप्रकाश राजभर खामोश है’।