मध्य प्रदेश में मोहन यादव के सीएम बनते ही उपद्रवियों और बदमाशों पर बुल्डोजर कार्रवाई (Bulldozer Action) शुरू हो गया है। चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता का हाथ काटने वाले 5 आरोपियों में से 3 के मकानों पर बुल्डोजर चलाया गया, जिनमें फारुख राइन उर्फ मिन्नी का घर भी शामिल रहा। इस दौरान परिवार वालों ने अफसरों का विरोध करना चाहा, लेकिन प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। प्रशासन ने यह एक्शन घटना के 9 दिन बाद लिया है। आरोपी पहले से ही पुलिस की गुंडा सूची में शामिल है।
सूत्रों के मुताबिक असेंबली चुनाव आने के बाद भोपाल की जनता कॉलोनी में रहने वाले समीर उर्फ बिल्लू, फारुख राइन उर्फ मिन्नी, शाहरुख, असलम और बिलास का बीजेपी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के अरेरा मंडल के महामंत्री देवेंद्र सिंह ठाकुर से विवाद हो गया था। इस दौरान आरोपियों ने तलवार से देवेंद्र ठाकुर पर हमला कर दिया। जब पीड़ित ने हाथ आगे करके खुद को बचाना चाहा तो तलवार की धार से उनकी उंगलियां कट गई थीं।
बीजेपी कार्यकर्ता पर जानलेवा हमले का यह मामला उस वक्त पूरे राज्य की बड़ी खबर बन गया था। इस मामले में भोपाल के डीएम आशीष सिंह ने मुख्य आरोपी फारुख राइन पर NSA की कार्रवाई की थी। फारुख पहले से ही जिले की गुंडा सूची में शामिल है। राज्य में मोहन यादव के नेतृत्व में नई सरकार बनते ही उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाने का निर्देश दिया। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और गुरुवार को बुल्डोजर लेकर आरोपियों के घर पहुंच गया।
कोलार एसडीएम आशुतोष गोस्वामी के नेतृत्व में नगर निगम की टीम ने भोपाल की 11 नंबर जनता कॉलोनी में फारुख राइन समेत 3 आरोपियों के घरों को ढहा दिया। करीब डेढ़ घंटे तक चले एक्शन में निगम के 2 दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों ने भाग लिया। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान भी साथ में थे। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी कि किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा।