अयोध्या।अभी तक आप लोगों ने मेट्रो का नाम सुना था।अब वाटर मेट्रो को देखेंगे।रामनगरी अयोध्या में सरयू नदी में वाटर मेट्रो चलने जा रही है।वाटर मेट्रो का शुभारंभ भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में यजमान बन कर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराने की तैयारी है।पीएम मोदी इसके माध्यम से जल परिवहन का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
जल पर्यटन के लिए यह उत्तर प्रदेश की पहली वाटर मेट्रो है।इसका निर्माण कोचीन शिपयार्ड में किया गया है।रविवार को वाटर मेट्रो रामनगरी अयोध्या के लिए कोचीन से रवाना हो गई है।जलमार्ग से कोलकाता से पटना होते हुए रामनगरी पहुंचेगी।वातानुकूलित वाटर मेट्रो 50 सीटर बताई जा रही है। इसी के लिए कोलकाता से लोहे की चादर लगी दो जेटी लाई जा रही है,जिसमें से एक अयोध्या के नयाघाट और दूसरी गुप्तारघाट पर स्थापित की जाएगी। यह जेटी घाट और वाटर मेट्रो के बीच प्लेटफार्म का काम करेगी।जेटी के साथ नदी के रास्ते से आ रही भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की टीम सोमवार को अंबेडकरनगर जिले के महबूबगंज पहुंच गई है,जिसके मंगलवार को जेटी के साथ रामनगरी पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है। टीम जेटी को निर्धारित स्थल पर स्थापित कर रवाना हो जाएगी।
पीएम मोदी के हाथों शुरू होने वाला वाटर मेट्रो का संचालन भविष्य में प्रदेश सरकार कराएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में पिछले माह अयोध्या में हुई कैबिनेट की बैठक में जलमार्ग प्राधिकरण के गठन का प्रस्ताव पास किया गया था। सरयू नदी में जल परिवहन को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो भविष्य में एक और कैटामरैन बोट का संचालन अयोध्या में नयाघाट से गुप्तारघाट तक किया जाएगा।