उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है। उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पहले ही स्कूलों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं। अब यूपी के प्राइमरी स्कूलों में भी 15 दिनों का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। 23 दिसंबर को अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं खत्म होने के बाद यह अवकाश 1 जनवरी से शुरू हो गया है।
परीक्षा परिणाम और होमवर्क
अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के परिणाम शीतकालीन अवकाश के दौरान घोषित किए जाएंगे। बच्चों को छुट्टियों के दौरान घर पर पढ़ाई के लिए शिक्षकों द्वारा 15 दिनों का होमवर्क भी दिया गया है। यह होमवर्क छात्रों की पढ़ाई के नियमित अभ्यास के लिए तैयार किया गया है, ताकि वे छुट्टियों के बाद पढ़ाई में आसानी से तालमेल बिठा सकें।
स्कूल खोलने की तिथि
शीतकालीन अवकाश के बाद सभी स्कूल 15 जनवरी को निर्धारित समय पर फिर से खुलेंगे। बच्चों और अभिभावकों को पहले ही इस बारे में जानकारी दे दी गई है ताकि वे अपनी योजना बना सकें।
मेरठ में छुट्टी का ऐलान
मेरठ में कक्षा 8 तक के स्कूलों के लिए 30 और 31 दिसंबर को अवकाश घोषित किया गया था। यह फैसला ठंड और बारिश को देखते हुए लिया गया। सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के स्कूलों में यह आदेश लागू किया गया।
बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर
बुलंदशहर में कई प्राइवेट स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, मुजफ्फरनगर जिले में 30 दिसंबर को स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया।
नोएडा और गाजियाबाद
नोएडा और गाजियाबाद में पहले ही बारिश और ठंड के कारण स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए थे। गाजियाबाद के डीएम ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 31 दिसंबर 2024 तक बंद रखने का निर्देश दिया था।
उत्तराखंड में भी शीतकालीन अवकाश की घोषणा
देहरादून में स्कूल बंद
देहरादून जिले में भी ठंड और बारिश को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में लंबी छुट्टियां घोषित की गई हैं। कक्षा 12 तक के सभी सरकारी, गैर-सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों को भी 28 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय जिला प्रशासन द्वारा बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया।
छुट्टियों का उद्देश्य
उत्तराखंड और यूपी समेत अन्य राज्यों में शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य बच्चों को ठंड और मौसम के प्रभाव से बचाना है। ठंड और बारिश के चलते बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इसी कारण, प्रशासन ने समय रहते यह कदम उठाया है।
बच्चों के लिए राहत
छुट्टियों के दौरान बच्चे ठंड से बचाव के साथ-साथ घर पर आराम कर सकते हैं। इसके अलावा, दिए गए होमवर्क के माध्यम से वे अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। यह अवकाश बच्चों के लिए एक प्रकार की राहत लेकर आता है।