तुलसी गबार्ड ने न्यूयॉर्क में अक्षरधाम मंदिर में किए दर्शन, साझा की अपनी भावनाएं

तुलसी गबार्ड ने न्यूयॉर्क में अक्षरधाम मंदिर में किए दर्शन
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हिंदू धर्म के अनुयायी और अमेरिकी राजनीति में एक प्रमुख चेहरा, तुलसी गबार्ड ने हाल ही में न्यूयॉर्क में स्थित प्रतिष्ठित अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किए। इस धार्मिक यात्रा को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं का इज़हार करते हुए इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण अनुभव बताया।

अक्षरधाम मंदिर, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक बेहतरीन उदाहरण है, इस मंदिर में दर्शन करने का अनुभव तुलसी गबार्ड के लिए खास था। उन्होंने इस मौके को सौभाग्यपूर्ण बताया और मंदिर में जाने को एक आशीर्वाद के रूप में स्वीकार किया। गबार्ड ने लिखा, “यह मेरे लिए सौभाग्य की बात थी कि मैं इस प्रतिष्ठित अक्षरधाम मंदिर में जा सकी। यहां की शांति और आध्यात्मिक माहौल ने मुझे बहुत प्रभावित किया।”

इसके अलावा, तुलसी गबार्ड ने मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारत और अमेरिका के हिंदू नेताओं द्वारा किए गए भव्य स्वागत के लिए आभार भी व्यक्त किया। उनका कहना था कि यह स्वागत सिर्फ एक सम्मान नहीं था, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों की मजबूती का प्रतीक है। इस स्वागत के चलते गबार्ड को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति अपने सम्मान और श्रद्धा को सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने का मौका मिला।

अक्षरधाम मंदिर: एक प्रमुख धार्मिक स्थल

न्यूयॉर्क में स्थित अक्षरधाम मंदिर, जो भारतीय संस्कृति और वास्तुकला का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है। इस मंदिर का निर्माण भारतीय समुदाय द्वारा किया गया था, और यह पूरी दुनिया में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में पहचाना जाता है। अक्षरधाम मंदिर का उद्देश्य भारतीय संस्कृति, कला और धर्म को पूरे विश्व में फैलाना है। यहां की वास्तुकला और वातावरण श्रद्धालुओं को एक शांति और संतोष का अनुभव प्रदान करता है।

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तुलसी गबार्ड के इस मंदिर में दर्शन करने से ना केवल भारतीय समुदाय में खुशी की लहर दौड़ी है, बल्कि यह कदम हिंदू धर्म और संस्कृति के प्रति उनके सम्मान को भी दर्शाता है। गबार्ड का यह दौरा यह साबित करता है कि भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कितनी अहमियत रखता है, खासकर जब भारत से जुड़े ऐसे धार्मिक स्थल न्यूयॉर्क जैसे बड़े शहर में स्थापित किए जाते हैं।

तुलसी गबार्ड की भारत से जुड़ी जड़ें और उनका धार्मिक दृष्टिकोण

तुलसी गबार्ड का भारतीय संस्कृति और धर्म से गहरा संबंध रहा है। उनका जन्म और पालन-पोषण हवाई में हुआ, जहां उन्होंने हिंदू धर्म की शिक्षा ली और भारतीय संस्कृति के साथ अपने जीवन को जोड़ा। वह हिंदू धर्म के प्रति अपनी आस्था और प्रतिबद्धता को हमेशा खुलकर व्यक्त करती रही हैं, और उनके धार्मिक दृष्टिकोण को लेकर उन्हें अपने समर्थकों और भारतीय समुदाय से व्यापक समर्थन मिलता रहा है।

गबार्ड ने भारतीय संस्कृति को अपने जीवन में एक केंद्रीय स्थान दिया है, और उनका यह यात्रा अक्षरधाम मंदिर दर्शाता है कि वह अपनी जड़ों से जुड़े रहकर भी अमेरिका की राजनीति में एक प्रभावशाली नेता बन चुकी हैं। उनके लिए धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा का यह अनुभव सिर्फ व्यक्तिगत नहीं था, बल्कि यह उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और सामाजिक संबंधों को भी मजबूती प्रदान करता है।

राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में गबार्ड की नियुक्ति

तुलसी गबार्ड को हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (Director of National Intelligence) के पद पर नियुक्त किया गया था। यह नियुक्ति गबार्ड के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी, जो पहले ही अमेरिकी राजनीति में अपनी जगह बना चुकी थीं। उनकी नियुक्ति से यह भी साफ होता है कि उन्हें भारत और अमेरिका के बीच के सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ करने में विशेष रुचि है।

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गबार्ड की राजनीतिक यात्रा में यह धार्मिक अनुभव उनके व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर उभरा है। वह केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक धार्मिक नेता के तौर पर भी अपने अनुभव और दृष्टिकोण को साझा करती हैं। अक्षरधाम मंदिर में उनके द्वारा किए गए दर्शन इस बात का प्रतीक हैं कि वह भारतीय धर्म और संस्कृति से किस हद तक जुड़ी हुई हैं, और इसने उनके अंतर्राष्ट्रीय छवि को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।