डोमरी में आज पंडित प्रदीप मिश्र जी की कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस सात दिवसीय कथा के समापन के बाद श्रद्धालु अब अपने-अपने स्थानों पर लौटने लगे हैं। वापसी के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
काशी के डीसीपी गौरव बंसवाल स्वयं डोमरी में मौजूद हैं और सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे हैं। उन्होंने सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं की वापसी सुगम और सुरक्षित हो। जलमार्ग से भी श्रद्धालु शहर में आ रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए गंगा पार जल पुलिस और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें पूरी सतर्कता के साथ तैनात हैं।
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन ने हर आवश्यक प्रबंध किए हैं। जलमार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी की जा रही है, ताकि गंगा के रास्ते लौटने वाले श्रद्धालु किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बच सकें।
कथा के अंतिम दिन की पवित्रता और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की तत्परता सराहनीय है। इस भव्य आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं ने गंगा किनारे कथा का आनंद लिया और अब सुरक्षित वापसी के लिए प्रशासन का सहयोग प्राप्त कर रहे हैं।