वाराणसी, 06 अगस्त 2024 । पिछले चार सालों से अपने गर्भाशय की समस्या से परेशान कोनिया निवासी प्रतिमा (38 वर्ष) का शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर में हिस्टेरेक्टोमी का सफलतापूर्वक उपचार किया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी। उन्होंने बताया कि मरीज काफी दिनों से एनीमिया (खून की कमी) से ग्रसित थीं और उसका उपचार भी चल रहा था। बीते दिनों सीएचसी पर उन्हें भर्ती कर मरीज की समस्त जांच की गई और समस्त प्रक्रिया कर सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। चिकित्सकीय टीम में डॉ दीपेश, डॉ आरवी सिंह, डॉ प्रतिभा सिंह एवं स्टाफ नर्स रेनू, मधु, प्रियंका व बिन्दु शामिल रहीं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रतिभा ने बताया कि हिस्टेरेक्टॉमी, गभार्शय को सर्जरी के जरिए हटाने की प्रक्रिया है और गाइनीकोलॉजी में सबसे ज्यादा की जाने वाली प्रमुख शल्य-चिकित्साओं में से एक है। आमतौर पर हिस्टेरेक्टॉमी, ऐसी चिकित्सीय परिस्थितियों में की जाती है जब उपचार के अन्य विकल्प कारगर नहीं रह जाते या उन्हें करना नामुमकिन होता है।