वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के मोहनसराय पुलिस चौकी के निकट जीटी रोड पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने तूल पकड़ लिया, जब एक कांवड़िया का पैर टूट गया। दुर्घटना का शिकार हुए कांवड़िया की स्थिति ने वहां पर मौजूद अन्य कांवड़ियों को आक्रोशित कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। क्षुब्ध कांवड़ियों ने पास के एक कार शो रूम पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे इलाके में अशांति फैल गई।
दुर्घटना के बाद कांवड़ियों ने तुरंत चक्का जाम कर दिया, जिससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात बाधित हो गया। यह घटना वाराणसी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र में विशेष रूप से चिंताजनक है, जहाँ कांवड़ यात्रा के दौरान हर साल हजारों श्रद्धालु गंगा जल लाने के लिए पहुंचते हैं।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। एडीसीपी वरुणा, टी. सरवणन, अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में करने के प्रयास शुरू किए। उन्होंने कांवड़ियों से वार्ता की और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने वाहन के मालिक को बुलाकर स्थिति को स्पष्ट किया और यह सुनिश्चित किया कि पीड़ित कांवड़िया के इलाज का सारा खर्च वहन किया जाएगा।
प्रशासन की तत्परता और समझदारी से स्थिति को संभाल लिया गया। वाहन के मालिक की सहमति और प्रशासन के आश्वासन के बाद कांवड़ियों ने चक्का जाम समाप्त किया और यातायात पुनः सुचारू रूप से चालू हो गया। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि तीर्थयात्राओं के दौरान सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता की कितनी आवश्यकता होती है।
यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य करती है कि भीड़ भरी धार्मिक यात्राओं के दौरान अतिरिक्त सावधानी और तैयारी की आवश्यकता है। समय पर प्रशासनिक हस्तक्षेप से कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं घटी, लेकिन यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। इससे न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।