
निर्माण कार्य को जिम्मेदार कार्यदायी संस्थाएं क्षतिग्रस्त सड़कों और पाइप लाइन की शीघ्र मरम्मत करायें: जिलाधिकारी
निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं में मैन पॉवर की संख्या डेढ़ हजार से अधिक रखा जाए, ताकि कार्यों को तेजी से पूरा कराया जा सके: डीएम
वाराणसी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने पिछली बैठक के सापेक्ष पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और जल निगम(ग्रामीण) और कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने हाउस कनेक्शन, ओवर हेड टैंक, रोड रेस्टोरेशन आदि की समीक्षा की। निर्माण कार्य करवा रही कार्यदायी संस्थाओं को क्षतिग्रस्त सड़कों और पाइप लाइन की शीघ्र मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिशासी अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया है कि मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा शिलान्यास की गई योजनाओं को पूर्ण करने हेतु मुख्य रूप से एन०ओ०सी० से सम्बन्धित लम्बित प्रकरण बिजली विभाग से सम्बन्धित 13 प्रकरण, वन विभाग स्तर से वृक्ष पालन से सम्बन्धित 358 प्रकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रासिंग से सम्बन्धित 27 प्रकरण एवं समानान्तर पाइप लाइन बिछाने हेतु 130 कि०मी० लम्बित है तथा रोड चौड़ीकरण के दौरान क्षतिग्रस्त 27 कि०मी० पाइप लाइन (लोक निर्माण विभाग) स्तर पर लम्बित प्रकरणों का निस्तारण कराया जाना आवश्यक है।
पिंडरा और चिरईगांव के कुछ मजरों में पेयजल आपूर्ति न होने के मामलों का संबंधित अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर समाधान कराने के निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि चल रही निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं में मैन पॉवर की संख्या डेढ़ हजार से अधिक रखा जाए, ताकि कार्यों को तेजी से पूरा कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने कुछ स्थानों पर भूमि विवाद संबंधी मामलों को निस्तारित कराने के लिए एडीएम प्रशासन को नोडल अधिकारी नामित किया। उन्होंने बजट संबंधी मामलों की समीक्षा में प्रमुख सचिव से पत्राचार करने के लिए अधिशासी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) को निर्देशित किया। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं में आ रही बाधाओं के निस्तारण के लिए संबंधित विभागों से पत्राचार करने का निर्देश दिया।
समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा शेष बचे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिये गये एवं कहा कि एन०ओ०सी० से सम्बन्धित लम्बित प्रकरण में तेजी लाने हेतु सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक कर समीक्षा की जायेगी।
बैठक में जिला विकास अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता, जल निगम, परियोजना प्रबन्धक मे० एल०एण्ड०टी०, टी०पी०आई०, डी०पी०एम०यू० एवं आई०एस०ए० आदि उपस्थित थे।