सोनाकी पटवा।भारत में हैंडबॉल खेल को एक नई दिशा और गति मिली है, जब इंटरनेशनल हैंडबॉल फेडरेशन (IHF) ने आधिकारिक रूप से केवल और केवल हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया को मान्यता दी है। इस महत्वपूर्ण घोषणा से पूरे देश में हैंडबॉल खिलाड़ियों और निर्णायकों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है, और अब यह खेल भारतीय खेल क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की ओर अग्रसर है।
नेतृत्व और संगठनात्मक संरचना
हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के नेतृत्व में कुछ प्रमुख नाम शामिल हैं जो इस खेल के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। संगठन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ आनंदेश्वर पाण्डेय, अध्यक्ष दिग्गविजय सिंह चौटाला, कोषाध्यक्ष विनय सिंह, और महासचिव डॉ तेजराज सिंह हैं। इन नेताओं की देखरेख में हैंडबॉल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए ठोस योजनाएं बनाई जा रही हैं।
खेल के विकास में अहम कदम
IHF द्वारा मान्यता प्राप्त करना भारत में हैंडबॉल के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह मान्यता देश के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने और वैश्विक स्तर पर मुकाबला करने का अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ ही, यह देश में इस खेल की संरचना को मजबूत करने और जमीनी स्तर पर युवाओं को खेल में रुचि लेने के लिए प्रेरित करेगा।
खिलाड़ियों और निर्णायकों में उत्साह
इस घोषणा के बाद, देश भर में हैंडबॉल खिलाड़ियों और निर्णायकों के बीच उत्साह का माहौल है। कई खिलाड़ियों का मानना है कि इस मान्यता से उन्हें अधिक अवसर और बेहतर संसाधन प्राप्त होंगे, जिससे वे अपने खेल को और भी निखार सकेंगे। निर्णायकों के लिए भी यह एक सशक्त संकेत है, जो अब और अधिक प्रमाणिक और मान्यता प्राप्त ढांचे में काम करेंगे।
निष्कर्ष
IHF द्वारा हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया को मान्यता देने से भारत में हैंडबॉल खेल को एक नया मंच और पहचान मिली है। आने वाले समय में इस खेल को लेकर योजनाओं और कार्यक्रमों में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है, जिससे भारत अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल परिदृश्य में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।