माँ काली को शक्ति की पराकाष्ठा और रक्षण की देवी माना जाता है। उनका गायत्री मंत्र अत्यंत प्रभावशाली है, जो साधक को भय, बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त करता है। यदि आप माँ काली की कृपा पाना चाहते हैं और जीवन में उन्नति, सुरक्षा व आत्मबल चाहते हैं, तो Maa Kali Gayatri Mantra का नित्य जाप आपके लिए वरदान सिद्ध हो सकता है।
गायत्री मंत्र
ॐ महा काल्यै च विद्महे स्मशन वासिन्यै
धीमहि तन्नो काली प्रचोदयात्॥
माँ काली गायत्री मंत्र केवल एक मंत्र नहीं, बल्कि साधक के लिए एक दिव्य कवच है। जो भी श्रद्धा और विधिपूर्वक इसका जाप करता है, वह भयमुक्त जीवन जीता है और माँ की विशेष कृपा प्राप्त करता है। यदि आप भी जीवन में आत्मबल, विजय और उन्नति की कामना करते हैं, तो इस मंत्र को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
मंत्र जाप की विधि
- प्रातः या रात्रि के समय स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठें।
- सामने माँ काली की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाएं और काली माता को पुष्प अर्पित करें।
- रुद्राक्ष की माला से 108 बार मंत्र का जाप करें।
- जाप के बाद माँ काली की आरती करें।
- मन में अपनी मनोकामना बोलें और प्रार्थना करें।
मंत्र के लाभ
- जीवन से भय, अज्ञात डर और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- आत्मबल, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- शत्रु बाधाएं और छुपे हुए शत्रु शांत हो जाते हैं।
- साधना और तंत्र कार्यों में सफलता मिलती है।
- मानसिक अशांति और तनाव से मुक्ति मिलती है।
- काली माँ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।