
गहमा गहमी के बीच सरदार मंजीत सिंह बने गुरुद्वारा के प्रबंधक
रामनगर(वाराणसी । रामनगर गुरुद्वारा सिंह सभा में शनिवार को रात्रि 9.30 बजे प्रबंधक का चुनाव गहमागहमी के बाद संपन्न हुआ जिसमें सरदार मंजीत सिंह को पर्ची निकलने की प्रकिया के जरिए नया प्रबंधक चुना गया। चुनाव प्रक्रिया के दौरान सरदार गुरजीत सिंह और सरदार मंजीत सिंह के नाम की दो पर्ची गुरु दरबार में डाली गई। जिसमें छोटे बच्चे ने सरदार मंजीत सिंह के नाम की पर्ची निकली। तालियों के बीच माला पहनाकर नये प्रबंधक मंजीत सिंह का जोरदार स्वागत किया गया।साथ ही उन्हें दो वर्ष के लिए गुरुद्वारा का प्रबंधक चुन लिया गया ।बता दें कि पिछले दो वर्ष से प्रबंधक के चुनाव को लेकर सिख संगत दो खेमें में बंट गया था। जिससे आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद की स्थिति बनी रहती थी। इसके पूर्व अपनी मर्जी के आधार पर पिछले वर्ष चुनाव हुआ था ।जिसमें सिख समाज के एक गुट ने सरदार दलबीर सिंह को और दूसरे गुट के सिख समाज ने गुरजीत सिंह को प्रबंधक चुना लिया था। जिससे आपसी तालमेल नहीं होने के कारण गुरुद्वारा में तनाव की स्थिति बनी रहती थी। गुरुद्वारा में कोई भी फंक्शन दलबीर सिंह की अगुआई में हो रहा था। इसी क्रम में शुक्रवार को शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा में किसी बात को लेकर दोनो गुट के सदस्य आपस में टकरा गये। दोनों गुटों में विवाद और हाथापाई होने पर मामला थाने तक पहुंच गया । मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी रामनगर राजू सिंह ने सख्त तेवर का सहारा लेते हुए दोनों पक्षों को समझाया । इसके बाद उनके निर्देश पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुआ। पूर्व प्रबंधक रविन्द्र सिंह लड्डू प्रिन्स सिंह गुट वाले मंजीत सिंह को नया प्रबंधक चुने जाने केबाद रामनगर का सिख समुदाय निहाल हो गया। रात्रि में मिष्ठान वितरण के साथ खुशी का इजहार करते हुए सिख समाज एक दूसरे को बधाई दी।