

13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन

महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए भारतीय रेल ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं। इस दौरान लगभग 13,000 से अधिक ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई गई है, जिससे यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो।

मौनी अमावस्या पर 400 मेला स्पेशल ट्रेनें
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी के अनुसार, विशेष रूप से मौनी अमावस्या (स्नान पर्व से एक दिन पूर्व से दो दिन बाद तक) के दौरान 400 से अधिक आउटवर्ड मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। मुख्य स्नान पर्व के दिन ही प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों से 150 से अधिक मेला विशेष गाड़ियां चलाई जाएंगी।
नियमित और विशेष ट्रेनों की बढ़ी संख्या
महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए प्रतिदिन लगभग 200 नियमित गाड़ियां संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा, चार दैनिक रिंग रेल सेवाएं और प्रयागराज जंक्शन से अयोध्या के लिए एक शटल सेवा भी चलाई जाएगी, जिससे वाराणसी और अन्य प्रमुख शहरों के यात्रियों को लाभ मिलेगा।
22 राज्यों से लंबी दूरी की ट्रेनें
महाकुंभ के दौरान देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए भारतीय रेल ने लगभग 800 लंबी दूरी की विशेष ट्रेनों का संचालन किया है। ये ट्रेनें 22 राज्यों के 50 से अधिक शहरों से प्रयागराज तक की सुविधा प्रदान कर रही हैं, ताकि श्रद्धालु महाकुंभ में पवित्र स्नान का लाभ ले सकें।
भारतीय रेल के इन प्रयासों से तीर्थयात्रियों को यात्रा में सुविधा और समय की बचत होगी, जिससे महाकुंभ 2025 का आयोजन और भी भव्य और व्यवस्थित बनेगा।