मेलबर्न में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत की स्थिति कमजोर दिखी। भारतीय टीम ने 46 ओवर में 164 रन पर अपने 5 विकेट गंवा दिए। विराट कोहली ने 86 गेंदों में 36 रन बनाए, लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने अपना विकेट गंवाया, वह बेहद चौंकाने वाला था। एक समय ऐसा लगा कि विराट फॉर्म में लौट आए हैं, लेकिन उन्होंने फिर वही गलती दोहराई जो पिछले कुछ समय से उनकी कमजोरी बनी हुई है।
बाहर जाती गेंद बनी विराट की कमजोरी
टॉम बोलेंड की गेंद पर विराट ने बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ा दिया। आत्मविश्वास से भरे हुए विराट ने संयम नहीं रखा और एक बार फिर अपनी पुरानी कमजोरी के कारण आउट हो गए। इससे पहले, विराट ने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर 102 रनों की साझेदारी की थी, जो भारतीय टीम के लिए थोड़ी राहत लेकर आई।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी का दमदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में शुरुआत से ही अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी। कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो सही साबित हुआ। स्टीव स्मिथ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 140 रनों की पारी खेली। यह टेस्ट क्रिकेट में उनका 34वां और भारत के खिलाफ 11वां शतक था।
स्टीव स्मिथ के अलावा अन्य बल्लेबाजों का योगदान
स्मिथ के साथ अन्य बल्लेबाजों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए, उस्मान ख्वाजा ने 57 रनों की पारी खेली और मार्नस लाबुशेन ने 72 रन जोड़े। इन पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए।
भारतीय गेंदबाजी फीकी पड़ी
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत बल्लेबाजी के आगे भारतीय गेंदबाज बेअसर नजर आए। मेजबान टीम ने अपनी पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद गेंदबाजी में भी दबदबा बनाए रखा। दूसरे दिन की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर 316 रनों की बढ़त बना ली थी।
भारतीय बल्लेबाजी में संघर्ष
दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष करते देखा गया। टीम इंडिया के टॉप-4 बल्लेबाज जल्द ही पवेलियन लौट गए, जिससे टीम मुश्किल में फंस गई। अब तीसरे दिन भारत को मैच में बने रहने के लिए बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण प्रभावी
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर कसी हुई गेंदबाजी की। टॉम बोलेंड और अन्य गेंदबाजों ने आक्रमणकारी गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजी क्रम को बिखेर दिया।
भारत के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने न केवल बल्लेबाजी में बल्कि गेंदबाजी में भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। भारतीय टीम को इस टेस्ट मैच में वापसी के लिए तीसरे दिन अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।