

भारत की युवा बाएं हाथ की स्पिनर आयुषी शुक्ला ने शानदार गेंदबाजी से श्रीलंका को 98 रन पर रोकते हुए भारत को अंडर-19 महिला एशिया कप के फाइनल में प्रवेश दिलाया। आयुषी ने 4-10 के आंकड़े के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने श्रीलंका के बल्लेबाजों को कोई भी अच्छी साझेदारी बनाने का मौका नहीं दिया। आयुषी की गेंदबाजी के साथ-साथ परुनिका सिसोदिया का भी योगदान रहा, जिन्होंने दो विकेट लिए। इसके अलावा, शबनम शकील और द्रिथी केसरी ने एक-एक विकेट लिया, जिससे भारत ने श्रीलंका को 20 ओवरों में 98/9 के स्कोर पर समेट लिया।

श्रीलंकाई बल्लेबाजी का पतन
श्रीलंका की टीम इस मैच में संघर्ष करती नजर आई और केवल मनुदी नानायकारा ही 33 रन बनाकर कुछ मायने में मुकाबला करती दिखीं। अन्य बल्लेबाजों के लिए भारतीय गेंदबाजों का सामना करना मुश्किल हो गया, और वे 25 रन तक भी नहीं पहुंच पाए। भारत की गेंदबाजी ने पूरी तरह से श्रीलंका के बल्लेबाजी क्रम को तोड़ दिया, जिससे भारत को 99 रन के लक्ष्य का पीछा करना आसान हो गया।
त्रिशा और कमलिनी की साझेदारी ने बनाए रखी उम्मीद
भारत को लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत में कुछ झटके लगे, क्योंकि ईश्वरी अवसारे और सानिका चालके जल्दी आउट हो गईं। लेकिन जी त्रिशा और जी कमलिनी की शानदार बल्लेबाजी ने भारत को लक्ष्य की ओर बढ़ने में मदद की। त्रिशा ने 24 गेंदों में 32 रन बनाए और कमलिनी के साथ 63 रन की साझेदारी की। हालांकि, श्रीलंका ने वापसी की, जब चामुदी मुनासिंघे ने त्रिशा को और शशिनी गिम्हानी ने कमलिनी को आउट किया। इसके बाद भारत के विकेट लगातार गिरते गए, लेकिन मिथिला विनोद की शांत और संयमित पारी ने भारत को जीत दिलाई। उन्होंने 12 गेंदों पर 17 रन बनाए, जिसमें विजयी रन भी शामिल था।
आयुषी शुक्ला को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार
आयुषी शुक्ला ने अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता। उनकी गेंदबाजी ने मैच को भारत के पक्ष में झुका दिया और टीम इंडिया को फाइनल में जगह दिलाई।
भारत अब अंडर-19 महिला एशिया कप के फाइनल में पहुंच चुका है, और टीम के प्रदर्शन ने इस टूर्नामेंट में भारत की ताकत को साबित किया है।