


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन के मद्देनजर, सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) ने काशी में व्यापक जांच-पड़ताल की। प्रधानमंत्री का यह दौरा, जो कि धार्मिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य सिद्ध होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए एसपीजी ने सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया।

एसपीजी ने प्रधानमंत्री के आगमन से पहले उनके दौरे के सभी संभावित स्थलों का दौरा किया। इसमें उनका आगमन स्थल, कार्यक्रम स्थल, और जहां भी प्रधानमंत्री ठहरेंगे, उन सभी स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की गहन जांच की गई। एसपीजी के अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था के तहत विभिन्न संभावित खतरों का आकलन किया और तदनुसार उपाय सुझाए। इसमें स्नाइपर तैनाती, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, बैरिकेडिंग और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता शामिल है।
वाराणसी, जो प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है, में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह न केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है, बल्कि यहां के स्थानीय निवासियों और आगंतुकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है। एसपीजी के अलावा, स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी इस कार्य में शामिल हैं, जो कि आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं।
एसपीजी ने यह सुनिश्चित किया कि सुरक्षा प्रबंधों में किसी भी प्रकार की कमी न रह जाए। इसके लिए उन्होंने स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित किया और सुरक्षा में लगे सभी कर्मियों को विशेष निर्देश दिए। इसके अलावा, एसपीजी ने स्थानीय पुलिस को भी आवश्यक निर्देश दिए ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि न हो सके।
प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान जनता की सुरक्षा और सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके तहत यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, ताकि आम जनता को कोई असुविधा न हो। इस प्रकार, एसपीजी और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर एक मजबूत और व्यापक सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया है, जिससे प्रधानमंत्री का दौरा सफलतापूर्वक और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके।