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जुलाई 2024: टैरिफ बढ़ोतरी का असर टेलीकॉम सेक्टर पर

जुलाई 2024: टैरिफ बढ़ोतरी का असर टेलीकॉम सेक्टर पर
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जुलाई 2024 में निजी टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाकर उपभोक्ताओं के प्लान महंगे कर दिए। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं के एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) में बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिला। TRAI के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 तिमाही में मासिक ARPU 9.60% बढ़कर Rs 172.57 हो गया, जो जून 2024 तिमाही में Rs 157.45 था।

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प्रीपेड और पोस्टपेड ARPU में वृद्धि


प्रीपेड सब्सक्राइबर्स के लिए मासिक ARPU Rs 171 और पोस्टपेड सेगमेंट के लिए Rs 190.67 दर्ज किया गया। साल-दर-साल (YoY) आधार पर, मासिक ARPU में 15.31% की वृद्धि हुई है। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से टैरिफ बढ़ोतरी का प्रभाव दिखाते हैं।

कुल राजस्व और AGR में उल्लेखनीय बढ़ोतरी
भारतीय टेलीकॉम सेक्टर का ग्रॉस रेवेन्यू
भारतीय दूरसंचार क्षेत्र का कुल ग्रॉस रेवेन्यू (Gross Revenue – GR) सितंबर 2024 तिमाही में 6.27% बढ़कर Rs 91,426 करोड़ हो गया। एप्लिकेबल ग्रॉस रेवेन्यू (ApGR) 6.20% बढ़कर Rs 88,236 करोड़ हो गया।

AGR और लाइसेंस शुल्क में वृद्धि


एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) 6.74% की QoQ वृद्धि के साथ Rs 75,310 करोड़ हो गया। YoY आधार पर, GR, ApGR और AGR में क्रमशः 10.50%, 10.64%, और 13.11% की वृद्धि दर्ज की गई। AGR में बढ़ोतरी के कारण, लाइसेंस शुल्क भी जून 2024 तिमाही के Rs 5,645 करोड़ से बढ़कर सितंबर 2024 तिमाही में Rs 6,023 करोड़ हो गया।

टैरिफ बढ़ोतरी का यूजर बेस पर असर
वायरलेस उपयोगकर्ता आधार में गिरावट
हालांकि, टैरिफ बढ़ोतरी का नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला। सितंबर 2024 तिमाही के दौरान, वायरलेस उपयोगकर्ता आधार में 16.80 मिलियन की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं और महंगे प्लान के कारण हुई।

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उद्योग की स्वस्थ वृद्धि जारी
TRA के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अधिक उपभोक्ता अब उच्च कीमत वाले टैरिफ प्लान चुन रहे हैं। इससे कंपनियों का ARPU और कुल राजस्व लगातार बढ़ रहा है। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा प्रभाव आने वाले तिमाहियों में और अधिक स्पष्ट होगा।

उपभोक्ता मिजाज और टेलीकॉम कंपनियों की रणनीति
उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव
नए आंकड़े यह दर्शाते हैं कि उपभोक्ता धीरे-धीरे उच्च कीमतों के टैरिफ के अनुकूल हो रहे हैं। हालांकि, इसका एक पहलू यह भी है कि कुछ उपभोक्ता महंगे प्लान के कारण अपने कनेक्शन बंद कर रहे हैं।

भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि टैरिफ बढ़ोतरी से उद्योग की आय में स्थायी सुधार होगा। टेलीकॉम कंपनियां भविष्य में नए प्लान और सेवाओं के साथ अपनी स्थिति को और मजबूत कर सकती हैं।

टैरिफ बढ़ोतरी के लाभ और चुनौतियां


जुलाई 2024 की टैरिफ बढ़ोतरी ने भारतीय टेलीकॉम सेक्टर को मजबूत राजस्व और ARPU की वृद्धि का अवसर दिया है। हालांकि, वायरलेस यूजर बेस में गिरावट और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव जैसी चुनौतियां भी सामने आई हैं। आने वाले समय में, यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनियां इन बदलावों को कैसे प्रबंधित करती हैं और बाजार में अपनी स्थिति कैसे बनाए रखती हैं।

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