


कैंटोनमेंट बोर्ड (छावनी परिषद) ने बुधवार की रात होटल क्लार्क की अवैध पार्किंग को कब्जा मुक्त कराया। इस दौरान क्लर्क प्रशासन और छावनी परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों में नोकझोंक भी हुई। बता दें कि छावनी परिषद द्वारा यह जमीन होटल क्लर्क को एक डीड के अनुसार दी गई थी। जो साल 2019 में खत्म हो गई थी। ऐसे में पार्किंग हटाने का नोटिस दिया जा चुका था। लेकिन होटल इसे मान नहीं रहा था।

ऐसे में बुधवार की शाम छावनी परिषद ने इस अवैध कब्जे को खाली करवा लिया। बोर्ड के अधिकारियों ने आगे भी ऐसी कार्रवाई करते रहने की बात कही है।
शाम 6 बजे पहुंचे अधिकारी, हटने लगा अतिक्रमण होटल क्लार्क के सामने स्थित अवैध पार्किंग पर शाम 6 बजे भारी पुलिस फोर्स के साथ छावनी परिषद के अधिकारी और बोर्ड के सदस्य के साथ ही साथ अतिक्रमण दस्ता मौके पर पहुंचा। इसके बाद मौके से अतिक्रमण हटाया जाने लगा। इसपर होटल के कर्मी भी बाहर निकल आये और कैंटोनमेंट बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों से बहस होने लगी।
विरोध के बीच जारी रहा काम
क्लर्क होटल के विरोध के बीच बोर्ड के कर्मचारियों ने काम जारी रखा और सामान हटाते रहे। इस स्थान को तीन घंटे में बोर्ड के कर्मियों ने रात 9 बजे के बाद पूरी तरह से कब्जा मुक्त करवा दिया। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने दोबारा अतिक्रमण न करने की हिदायत दी है। यदि दोबारा अतिक्रमण किया जाएगा तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।