

“हरे रामा हरे कृष्णा” यह मंत्र केवल एक भजन नहीं बल्कि स्वयं श्रीकृष्ण और श्रीराम के नामों का संकीर्तन है, जो मन, वचन और आत्मा को शुद्ध करता है। यह भजन संकीर्तन हर युग में भक्तों के जीवन में आनंद, भक्ति और आत्मिक उन्नति लाता आया है। आज हम इस लेख में इस भजन की विधि और इसके दिव्य लाभों के बारे में जानेंगे, ताकि आप भी इसकी दिव्यता का अनुभव कर सकें।

Hare Rama Hare Krishna Bhajan
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे…
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे…
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे…
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे…
“हरे रामा हरे कृष्णा” भजन केवल एक साधारण भजन नहीं है, यह एक दिव्य मंत्र है जो जीवन को आलोकित करता है। इस भजन का नियमित जप न केवल हमें मानसिक और आत्मिक बल देता है, बल्कि ईश्वर के प्रति सच्चा संबंध भी स्थापित करता है। यदि आप जीवन में भक्ति और शांति की खोज में हैं, तो इस महामंत्र का जप आरंभ करें और श्रीकृष्ण-राम की अपार कृपा का अनुभव करें।
भजन करने की विधि (Vidhi)
- प्रातः काल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान श्रीकृष्ण या श्रीराम की मूर्ति/चित्र के सामने दीपक जलाएं।
- तुलसी की माला हाथ में लेकर जप करें।
- 108 बार मंत्र जप करें: “हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे | हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे”
- भजन करते समय मन को एकाग्र रखें और भावपूर्वक नाम जप करें।
- सप्ताह में एक बार सामूहिक संकीर्तन (कीर्तन) करें तो लाभ कई गुना बढ़ जाता है।
हरे रामा हरे कृष्णा भजन के लाभ (Labh)
- मन की शांति – यह भजन मानसिक तनाव और चिंता को दूर करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति – आत्मा को परमात्मा से जोड़ने में सहायक।
- नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा – बुरी शक्तियों और दोषों से बचाता है।
- भक्ति भाव की वृद्धि – प्रभु के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना बढ़ती है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार – मन, घर और वातावरण में सकारात्मकता आती है।