“ धरोहर संरक्षण सेवा संगठन “ द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे “ संस्कृति संवाद यात्रा “ की बैठक का ( 24 वाँ पड़ाव )माता वैष्णोदेवी मन्दिर धाम, तिलमापुर वाराणसी मे आयोजित हुआ,
कार्यक्रम की अध्यक्षता कालिन्दी पाण्डेय ने किया।
मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा कि संस्कृति संवाद यात्रा के माध्यम से जगह जगह बैठक व संवाद करके सनातन विस्तार योद्धा तैयार किया जा रहा है सत्य ही सनातन और सनातन ही मानवता है मानवता की रक्षा लिए सनातन धर्म को मजबूत करना होगा, क्योंकि दुनिया का कोई भी पंथ सर्वे भवन्तु सूखिन: की कामना नही करता केवल सनातन धर्म सबके सुख की कामना करता है ,सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए सनातन संस्कृति को जानना होगा, यह संभव तभी होगा जब हम वेद, पुराणो, और अपने धर्म ग्रंथों का अध्ययन अपनी दिन चर्या मे लायेंगे, अध्ययन से ज्ञात होगा कि हमारी संस्कृति शस्त्र व शास्त्र दोनों की है संस्कृति ही हमारा आत्मगौरव है हर सनातनी को अपने संस्कृति के विस्तार के लिए एकजुट होकर कार्य करने की ज़रूरत है संस्कृति विस्तार से ही हर सनातनी को गर्व की अनुभूति होगी,इसके लिए हर व्यक्ति को सनातन विस्तार योद्धा बनना होगा, वक्ताओं मे मनोज तिवारी ने कहा हिंदुओ का मानमर्दन करने के लिए हमारे मन्दिरों को खण्डित करकें मुगल आक्रांताओं ने मन्दिर के ऊपर ही मस्जिद बनाया या मंदिरों को ख़त्म कर दिया , अपने आत्मगौरव की रक्षा व विस्तार के लिए सनातन संस्कृति के केन्द्र मन्दिरो को दिव्य स्वरूप मे लाना होगा, धन लूटना ही मुग़लों का लक्ष्य नही था उनका लक्ष्य सनातन संस्कृति को खत्म करना था, विंध्यवासिनी पाण्डेय ने कहा हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान देकर संस्कृति व राष्ट्र को बचाया, जिन सभ्यताओ ने अपनी संस्कृति व धरोहर की रक्षा के लिए योद्धा नहीं तैयार किए उनकी संस्कृति व धरोहर नष्ट हो गयी,हर सनातनी को साधक के साथ योद्धा बनना
होगा,शस्त्र व शास्त्र दोनों मे पारंगत हर
सनातनी होगा तभी मानवता व सनातन की रक्षा हो पाएगा । डॉ. चंद्रदेव पटेल ने कहा अभी समय है अवसर है, हर सनातनी को अपनी सुरक्षा के बारे मे सोचने का, भारत का हर सनातनी हिन्दू जब योद्धा बनेगा तभी सनातन संस्कृति का विस्तार होगा, अध्यक्षीय उद्धबोधन मे कालिन्दी पाण्डेय ने कहा कि सनातन ही मानवता का रक्षक है ,सनातन संस्कृति को जन जन तक
पहुँचाना होगा ।सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो
का उद्वघोष करती है , ऐसी परम्परा , संस्कृति की रक्षा के लिए हमे तैयार रहना
होगा । सनातन समाज को संगठित होकर अपनी संस्कृति के विस्तार करने का समय आ गया है ।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री अजय सेठ, पीयूष पाण्डेय, आनन्द जी , सचिन मिश्र, धीरज मिश्र विनय तिवारी, मिक्की तिवारी, तपस्वी तिवारी,प्रज्वल जी,सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम का आयोजन सतीश मिश्र ने किया, कुशल संचालन गौरव मिश्र ने किया, कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।