RS Shivmurti

Durga Gayatri Mantra | दुर्गा गायत्री मंत्र

खबर को शेयर करे

दुर्गा गायत्री मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और आध्यात्मिक मंत्र है, जिसे माँ दुर्गा की आराधना के लिए विशेष रूप से माना जाता है। यह मंत्र न केवल मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है, बल्कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों और परेशानियों से लड़ने की शक्ति भी देता है। गायत्री मंत्रों की पारंपरिक महिमा को ध्यान में रखते हुए, दुर्गा गायत्री मंत्र विशेष रूप से दुर्गा देवी की कृपा को आकर्षित करने के लिए उच्‍चारित किया जाता है। इस मंत्र का जप करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक बल प्राप्त होता है, साथ ही साथ उनकी हर विपत्ति का निवारण भी होता है।

RS Shivmurti

दुर्गा गायत्री मंत्र

ओम् कात्यान्ये च विद्मिहे कन्याकुमार्ये धीमहि,
तन्नो: देवी प्रचोदयात ॥

ओम् गिरिजायये विद्मिहे शिवप्रियाये धीमहि,
तन्नो: दुर्गा प्रचोदयात ॥

दुर्गा गायत्री मंत्र का नियमित जाप हमारी आंतरिक शक्ति को जागृत करता है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार करता है। यह मंत्र हमें न केवल बाहरी संघर्षों से लड़ने की शक्ति देता है, बल्कि आंतरिक रूप से भी हमें सकारात्मक और उर्जावान बनाए रखता है। माँ दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन में हर समस्या का समाधान संभव है, और यह मंत्र हमें उस दिव्य ऊर्जा से जोड़ता है, जो हमें हर कठिनाई को पार करने की शक्ति प्रदान करता है। यदि आप भी अपने जीवन में हर दिशा से सकारात्मकता और समृद्धि लाना चाहते हैं, तो दुर्गा गायत्री मंत्र का जप करें और माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करें।

इसे भी पढ़े -  Ganesh Bhagwan Ke Bhajan | गणेश भगवान के भजन
Jamuna college
Aditya