
निर्माणाधीन महिला छात्रावास में मैनपावर बढ़ाकर दिन-रात कार्य कराने का निर्देश
अवशेष निर्माण कार्यों को भी मानक और गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने का निर्देश
वाराणसी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में निर्माणाधीन परियोजनाओं का औचक स्थलीय निरीक्षण कर कार्यों के भौतिक प्रगति की समीक्षा की गयी। समीक्षा के उन्होंने परियोजना के लिए नामित नोडल अधिकारी व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।
बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में निर्माणाधीन राष्ट्रीय वृद्धावस्था केंद्र(नेशनल सेंटर आफ़ एजिंग) के निरीक्षण में कार्यदायी संस्था एचएलएल इंफ्राटेक सर्विस लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर ने जिलाधिकारी को निर्माण संबंधी जानकारी पीपीटी/ड्राइंग के माध्यम से दी। कार्यदायी संस्था ने जिलाधिकारी के माध्यम से नाली और सड़क निर्माण के लिए बीएचयू के प्राधिकारियों से निवेदिता ब्लॉक-एक को हटाने तथा डीपीआर के अनुसार पार्किंग के लिए एक हजार वर्ग मीटर जमीन की माँग की गयी। जिलाधिकारी द्वारा इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और शासन स्तर से वार्ता कर इस प्रकरण को निस्तारित कराने का भरोसा दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि भवन में ऐसे काँच लगाया जाये जिससे प्राकृतिक प्रकाश अंदर आ सके और दिन में बिजली ना जलाना पड़े। विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे बारह सौ क्षमता के महिला छात्रावास के संबंध में उन्होंने कहा कि मैन पॉवर बढ़ाकर तय समय में निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें इसके लिये उन्होंने कहा कि रात के समय भी कार्य कराया जाये।
जिलाधिकारी द्वारा ट्रामा सेंटर में पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्माणाधीन क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के निर्माण कार्य को भी देखा गया तथा गुणवत्ता को परखा गया। कार्यदायी संस्था ने बताया कि भवन के स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। जिलाधिकारी ने अवशेष निर्माण कार्यों को भी मानक और गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान लोकनिर्माण, कार्यदायी संस्था एचएलएल इंफ्राटेक के अलावा विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा विज्ञान संस्थान के अधिकारी मौजूद रहे।