चंदौली जिले में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया है, जिससे तटवर्ती गांवों में दहशत फैल गई है। वर्तमान में गंगा का जलस्तर 70.82 मीटर है, जो चेतावनी बिंदु 70.26 से ऊपर है। जिले के ग्रामीण इलाकों में लोगों को अपने जान-माल की सुरक्षा को लेकर चिंतित होना पड़ रहा है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और राहत पहुंचाने के लिए कमर कस ली है।
गंगा के किनारे बसे लगभग पांच दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। फिलहाल, जिला प्रशासन ने 12 बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं, जिन पर पुलिस, राजस्व और मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
सकलडीहा के एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि तटवर्ती इलाकों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। यदि जलस्तर थोड़ा और बढ़ता है, तो कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस सकता है, जिससे फसलों और संपत्ति को नुकसान होने की संभावना है।
बाढ़ प्रभावित गांव
पंडित दीनदयाल उपाध्याय तहसील क्षेत्र के कुंडा, बहादुरपुर, शकूराबाद, और रौना गांवों में बाढ़ का पानी गांव के किनारों तक पहुंच चुका है। सकलडीहा तहसील के कैली, भोपाली, महरौडा, डेरवा, कावर, नादी, महुअर, हरदन जुड़ा, नदी निधौरी, मारूफपुर, दिया, प्रसहता, बुधपुर, नरौली, अमादपुर, सोनहुली, और महुजी गांवों में भी गंगा का पानी मुहाने तक पहुंच गया है। ग्रामीणों को फसलों के नुकसान की चिंता सताने लगी है।
प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्यों के लिए तैयार है।
- ब्यूरो चीफ गणपत राय