


नवरात्र के पावन अवसर पर पांचवें दिन मां बागेश्वरी देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर के गर्भगृह से लेकर पूरे परिसर में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। भोर होते ही श्रद्धालु दर्शन के लिए लाइन में लगना शुरू हो गए थे, और समय बीतने के साथ भीड़ लगातार बढ़ती गई। भक्तों की संख्या इतनी अधिक थी कि मंदिर के बाहर भी कतारें फैल गईं, जिससे इलाके में भक्तिमय माहौल बन गया।

मंदिर के चारों ओर “जय माता दी” के गगनभेदी नारे गूंजते रहे, जिससे पूरे वातावरण में श्रद्धा और आस्था का संचार होता रहा। भक्त मां बागेश्वरी देवी के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना कर रहे थे। कुछ श्रद्धालु व्रत रखकर मां का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे, तो कुछ अपनी परेशानियों के निवारण की उम्मीद में माता के चरणों में शीश झुका रहे थे।
मंदिर प्रशासन ने भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को पुख्ता किया। स्वयंसेवक और पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में लगे रहे, जिससे दर्शन के दौरान कोई असुविधा न हो। मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया था, और मां बागेश्वरी देवी की प्रतिमा के दर्शन से श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
नवरात्र के इस पावन दिन पर मां के भक्त पूरे समर्पण और श्रद्धा के साथ मां बागेश्वरी देवी के चरणों में अपनी अर्जी लगा रहे थे, और वातावरण में आस्था की लहर स्पष्ट रूप से देखी जा सकती थी।