अध्यक्ष डॉ. रजनीश दुबे ने कलक्ट्रेट का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए
कलेक्ट्रेट का निरीक्षण करते हुए विभिन्न अभिलेखों/ पत्रावलियों का बारीकी से अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिए
उन्होंने दस बड़े बकायेदारों से एक सप्ताह में राजस्व वसूली सुनिश्चत कराने हेतु निर्देशित किया
न्यायलय जिलाधिकारी की समीक्षा में वादों के उचित निस्तारण पर प्रसन्नता जाहिर करते तथा एडीएम न्यायालयों में उचित सुधार हेतु निर्देशित किया
वाराणसी। अध्यक्ष राजस्व परिषद रजनीश दुबे द्वारा अपने वाराणसी दौरे के क्रम में कलक्ट्रेट का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। सर्वप्रथम अध्यक्ष महोदय को कलेक्ट्रेट परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तत्पश्चात उनके द्वारा पूरे भवन का अवलोकन करते हुए 1820 में निर्मित इस भवन के एतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षण करने के उपाय तलाशने को कहा गया।
डॉ. रजनीश दुबे ने नकल अनुभाग, अभिलेखालय (माल), खतौनी अभिलेखागार, फौजदारी अभिलेखागार, जिलाधिकारी न्यायालय, एडीएम-प्रशासन न्यायालय, एसएलएओ कार्यालय, कार्यालय भूलेख अधिकारी, ईआरके पटल, आंग्ल अभिलेखागार, शस्त्र कार्यालय, शस्त्रागार, दंडाभिलेखागर रिकार्ड रूम में पंजीकरण रजिस्टर, समस्त तहसीलों के थानेवार रिकार्ड को देखा और रिकार्ड से सम्बन्धित पत्रावलियों से मिलान किया। इसके पहले नजारत के अभिलेख देखे और साथ ही नजारत में कर्मचारियों की सर्विस पुस्तिकाओं पर दर्ज किए गए विवरण को देखा। कतिपय सेवा पुस्तिका में लंबे समय से अंकन न होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने दस बड़े बकायेदारों से सप्ताह में राजस्व वसूली करने को निर्देशित किया।
फौजदारी अभिलेखागार के निरीक्षण के दौरान उन्होंने आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट तथा गैंगस्टर एक्ट की फाइल अलग बनाने हेतु निर्देशित किया।
सदर मालखाने का निरीक्षण करते हुए पुराने पड़े शस्त्रों के नियमानुसार डिस्पोज कराने का निर्देश देते हुए अगले पंद्रह दिन में एडीएम सिटी को सभी के अभिलेखिय सत्यापन व निरीक्षण का आदेश दिया।जिलाधिकारी न्यायालय के निरीक्षण के दौरान सभी अभिलेख तथा वादों की समीक्षा के दौरान वादों का निस्तारण अच्छा पाये जाने पर कार्यों की सराहना की गयी। अध्यक्ष द्वारा राइफल क्लब सभागार में सेंट्रल बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करते हुए उन्होंने राजस्व प्रक्रिया में उचित सुधार हेतु न्यायिक कार्यों तथा राजस्व वादों का शीघ्रता से निस्तारण कैसे हो इस पर चर्चा की।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एस राजलिंगम, एडीएम सिटी आलोक वर्मा, एडीएम प्रशासन विपिन कुमार, एडीएम एफआर वंदिता श्रीवास्तव, कलेक्ट्रेट से जुड़े कर्मचारी शामिल रहे।