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रोजगार के अवसरों का एक और साल, भारतीय रेलवे का बड़ा कदम

रोजगार के अवसरों का एक और साल, भारतीय रेलवे का बड़ा कदम
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2024 का साल भारतीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों से भरा रहा। खासतौर पर भारतीय रेलवे ने इस साल अपनी भर्तियों के जरिए लाखों युवाओं को अपने सपनों को उड़ान देने का मौका दिया। रेलवे ने विभिन्न विभागों में 50,000 से अधिक पदों पर भर्तियां निकाली, जो भारतीय युवाओं के लिए एक बड़ा मौका था। इसमें लोको पायलट के पदों पर सबसे अधिक वैकेंसी थी, जिससे लाखों उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी आशा का संदेश मिला।

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भारतीय रेलवे की 2024 की भर्तियों का पूरा खाका

इस साल भारतीय रेलवे ने कई पदों के लिए भर्तियां निकालीं, जिनमें लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट (ALP), और अन्य विभिन्न तकनीकी व प्रशासनिक पद शामिल थे। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने इन भर्तियों को लेकर कई नोटिफिकेशन जारी किए और हजारों पदों पर आवेदन आमंत्रित किए। यह भर्ती प्रक्रिया भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम थी, जो न केवल बेरोजगारी की समस्या को हल करने में सहायक रही, बल्कि भारतीय युवाओं को अपने कौशल को निखारने का भी एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया।

लोको पायलट की सबसे बड़ी भर्ती

भारतीय रेलवे में 2024 में सबसे ज्यादा लोको पायलट की भर्ती की गई। यह भर्ती असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) के पदों के लिए थी। रेलवे ने इस साल विज्ञापन संख्या CEN 01/2024 के तहत कुल 18,799 असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) पदों पर भर्ती निकाली। यह एक बड़ी संख्या थी, जो भारतीय रेलवे की भर्ती प्रक्रिया में एक नई दिशा का संकेत देती है। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत रेलवे ने युवाओं को भारतीय रेलवे के बड़े इंजन, ट्रेनों और अन्य तकनीकी ऑपरेशंस में काम करने का मौका दिया।

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प्रारंभिक समस्या और फिर समाधान

हालांकि, रेलवे की यह भर्ती प्रक्रिया कुछ समय तक विवादों में भी रही। शुरुआत में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने असिस्टेंट लोको पायलट के केवल 5696 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। यह संख्या बहुत कम मानी जा रही थी और कई उम्मीदवारों ने इसके खिलाफ विरोध जताया। विशेष रूप से बिहार के पटना में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ, जहां युवाओं ने रिक्तियों की संख्या बढ़ाने की मांग की।

इस विरोध प्रदर्शन के बाद रेलवे ने बड़ी राहत दी और असिस्टेंट लोको पायलट के पदों की संख्या में तीन गुना से अधिक इजाफा करने का ऐलान किया। इसके अलावा, रेलवे ने आयु सीमा में भी तीन साल की छूट देने का फैसला लिया, ताकि अधिक से अधिक युवा इस भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बन सकें। इस बदलाव के बाद उम्मीदवारों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्हें एक बड़ा अवसर मिल गया।

लोको पायलट भर्ती परीक्षा का सफल आयोजन

असिस्टेंट लोको पायलट की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 25 नवंबर से लेकर 29 नवंबर तक आयोजित की गई। इस परीक्षा में 22.5 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने भाग लिया। यह परीक्षा भारतीय रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक घटना थी, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने भाग लिया। परीक्षा की कठिनाई और चयन प्रक्रिया ने उम्मीदवारों को एक चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, यह परीक्षा रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम थी, क्योंकि इससे रेलवे को यह पता चला कि भारतीय युवाओं में रेलवे में काम करने की एक मजबूत इच्छा और क्षमता है।

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रेलवे के अन्य विभागों में भर्तियां

लोको पायलट के अलावा, रेलवे ने इस साल विभिन्न अन्य पदों पर भी भर्तियां निकालीं। इन पदों में तकनीकी, प्रशासनिक, और अन्य विभागों के पद शामिल थे। रेलवे ने सभी क्षेत्रों में भर्ती के लिए विभिन्न परीक्षाएं आयोजित कीं, जिनमें लाखों युवाओं ने आवेदन किया। इससे यह साफ होता है कि रेलवे ने न केवल लोको पायलट के पदों पर, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं।

इन भर्तियों के जरिए भारतीय रेलवे ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ ट्रेनों के संचालन तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं के लिए एक व्यापक और विविध रोजगार का क्षेत्र भी है। रेलवे के विभिन्न विभागों में काम करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण, कौशल और क्षमता के लिए यह भर्ती प्रक्रिया युवाओं को एक नई दिशा देने का काम करेगी।

रेलवे की इस भर्ती प्रक्रिया का महत्व

भारतीय रेलवे की इस भर्ती प्रक्रिया का महत्व सिर्फ इसलिए नहीं है कि हजारों युवाओं को रोजगार मिला, बल्कि इसलिए भी है कि इसने भारतीय युवाओं को एक राष्ट्रीय सेवा में काम करने का अवसर प्रदान किया। भारतीय रेलवे न केवल एक ट्रांसपोर्ट सेवा है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था का भी एक अहम हिस्सा है। जब युवा इस क्षेत्र में काम करते हैं, तो वे सिर्फ अपना करियर नहीं बनाते, बल्कि वे देश की सेवा भी करते हैं।

इस भर्ती प्रक्रिया ने भारतीय रेलवे के महत्व को फिर से उजागर किया है। इसके जरिए रेलवे ने यह सुनिश्चित किया कि उसके पास कुशल और प्रशिक्षित कर्मी हों, जो ट्रेनों के संचालन, रखरखाव और अन्य तकनीकी कार्यों में दक्ष हों।

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रेलवे भर्ती के बाद उम्मीदें और भविष्य

अब जब रेलवे की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए कर्मचारी किस प्रकार रेलवे की सेवा में अपने योगदान देंगे। रेलवे के विभिन्न विभागों में इन नई भर्तियों के साथ ही आने वाले समय में ट्रेनों के संचालन, इंजन के रखरखाव और अन्य तकनीकी कार्यों में सुधार की संभावना है।

इसके अलावा, यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे के इन कर्मियों की मदद से भारतीय रेलवे की कार्यक्षमता और सुरक्षा में भी सुधार होगा। इसके अलावा, रेलवे में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन से भारत की युवा शक्ति को एक नया दिशा मिलेगा और यह भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगा।

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