

महाराष्ट्र में महायुति सरकार का गठन 5 दिसंबर को हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने शपथ ली। इसके बाद 15 दिसंबर को नागपुर के राजभवन में शीतकालीन सत्र से पहले 39 मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया।

विभागों के आवंटन की संभावना
महाराष्ट्र के मंत्री भरत गोगावले ने शनिवार को मीडिया को जानकारी दी कि आज महायुति सरकार में विभागों का आवंटन होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि गठबंधन के तीनों दलों के नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की थी और आज सुबह मुख्यमंत्री के साथ नाश्ते पर चर्चा की गई।
शीतकालीन सत्र का समापन
राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र, जो 16 दिसंबर को शुरू हुआ था, शनिवार को समाप्त हो जाएगा। गोगावले ने कहा कि विभागों के बंटवारे को लेकर कोई मतभेद नहीं है और जो भी फैसला होगा, वह सभी दलों को मान्य होगा।
विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत
महायुति गठबंधन, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं, ने 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के विभागों की चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गृह विभाग अपने पास रख सकते हैं। वहीं, राजस्व विभाग भी भाजपा के पास रहने की संभावना है।
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी को शहरी विकास और पीडब्ल्यूडी विभाग मिल सकता है, जबकि डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी को वित्त और कृषि विभाग दिए जाने की चर्चा है।
भरत गोगावले की उम्मीद
शिवसेना नेता भरत गोगावले ने अपने गृह जिले रायगढ़ का संरक्षक मंत्री बनने की उम्मीद जताई है।
विभागों को लेकर मतभेद की अफवाहें
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एकनाथ शिंदे गृह विभाग की मांग कर रहे हैं। वहीं, विभागों के बंटवारे में हो रही देरी से अजित पवार की नाराजगी की खबरें भी सामने आई हैं।
महायुति में मतभेद नहीं: गोगावले
भरत गोगावले ने स्पष्ट किया कि महायुति के नेताओं के बीच विभागों को लेकर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सभी निर्णय सर्वसम्मति से लिए जाएंगे।